अखिलेश यादव के भाई और मुलायम सिंह के छोटे बेटे प्रतीक यादव ने बयान देकर साफ किया है कि पिता मुलायम सिंह की राजनीतिक विरासत को उनके बड़े भाई अखिलेश यादव ही संभालेंगे.
बुधवार को प्रतीक यादव मुलायम सिंह यादव के अस्थि विसर्जन में शामिल होने प्रयागराज आए हुए थे. जहां उन्होंने ये बयान दिया. मीडिया ने जब प्रतीक से उनके राजनीति में आने को लेकर सवाल पूछा तो प्रतीक ने कहा कि “नेताजी की सियासी विरासत को अखिलेश भैया ही संभालेंगे”. प्रतीक ने कहा “नेताजी के निधन से उनका व्यक्तिगत और पूरे समाज का बड़ा नुकसान हुआ हैं. नेताजी की सियासी विरासत को अखिलेश भैया ही संभालेंगे. वह पहले से ही दूसरे कामों में थे और खुद को उन्हीं कामों में व्यस्त रखेंगे. सियासत से उनका आगे भी कोई लेना देना नहीं रहेगा.”
प्रतीक रहेंगे राजनीति से दूर
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे की अब उनके परिवार में रार और बढ़ जाएगी. पहले ही चाचा शिवपाल यादव के नई पार्टी बनाने से अखिलेश यादव को राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ रहा था. पिता की मौत के बाद अब माना जा रहा था कि राजनीति से अबतक दूर रहने वाले प्रतीक यादव भी अब राजनीति के मैदान में हाथ आज़माने की कोशिश करेंगे. प्रतीक कि पत्नी अपर्णा यादव पहले से ही राजनीति में है और बीजेपी से विधायक भी है. ऐसे में प्रतीक का राजनीति से दूर रहने का बयान अखिलेश यादव के लिए बड़ी राहत लेकर आया है.
कौन है प्रतीक यादव
प्रतीक यादव अखिलेश यादव के छोटे भाई है. वह मुलायम सिंह यादव की दूसरा पत्नी साधना गुप्ता के बेटे है. कहा जाता है जब 2002 में मुलायम सिंह ने साधना गुप्ता को समाजिक तौर पर अपनी पत्नी का दर्जा दिया था तब अखिलेश यादव ने पिता के सामने शर्त रखी थी कि साधना गुप्ता और प्रतीक यादव राजनीति से दूर रहेंगे. प्रतीक व्यापार करते हैं. लखनऊ में उनका अपना एक बड़ा जीम भी है.