पटना: हमास Hamas को लेकर आज बिहार विधानसभा में भी आवाज उठी.बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया. परिसर में सुबह से गहमागहमी थी. विधानसभा के आस-पास के क्षेत्रों में धारा 144 लगा दी गई है.विधानसभा के शीतकालीन सत्र का पहला दिन काफी हंगामेदार रहा. सत्ताधारी माले विधायकों ने सदन के अंदर हमास Hamas के मारे गए लोगों के प्रति शोक प्रकट करने की मांग स्पीकर से की. इस मांग पर सदन में भारी हंगामा हुआ. हमास के मुद्दे पर एक ही गठबंधन में शामिल माले और जेडीयू आमने सामने आ गए हैं. जेडीयू ने तो यहां तक कहा है कि हमास का समर्थन करने वाले लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का केस चलाया जाना चाहिए.

Hamas ने जो किया वो बेहद शर्मनाक-जेडीयू विधायक
जेडीयू विधायक डॉ. संजीव ने सदन के भीतर माले की इस करतूत पर गहरी नाराजगी जताई और कहा कि ये अत्यंत दुखद है इससे दुखद कुछ और नहीं हो सकता है. जिस तरह से हमास ने इजराइल में घुसकर महिलाओं के साथ रेप किया. बच्चों के साथ दरिंदगी की और उसके पक्ष में अगर कोई बोलता है तो इससे दुखद कुछ नहीं हो सकता है. ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए.जब जेडीयू विधायक से पूछा गया कि वे अपने सहयोगी माले पर सवाल उठा रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि सहयोगी अगर गलत करेंगे तो क्या होगा, अगर एक ऊंगली सड़ जाए तो उसे काट देना चाहिए नहीं तो उसका विष पूरे शरीर में फैल जाता है. ऐसे विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जो आतंकवादी संगठन को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं. ऐसे लोग अपनी जिम्मेवारी को भूल गए हैं. जब विधानसभा में जाएंगे तो क्षेत्र की जनता कहेगी कि हमास को बुलाइए चुनाव प्रचार के लिए, तब ये लोग क्या करेंगे.
फ्लाइट का टिकट कटवाकर गाजापट्टी भेजो
उन्होंने कहा कि ये लोग आतंकवादी विचारधारा के लोग हैं जो आतंकवादियों का साथ दे रहे हैं. जनता इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी और वोट लेने जाएंगे तब पता चलेगा कि ये लोग कैसी बात कर रहे हैं. हमास Hamas के आतंकवादियों ने जिस तरह से महिलाओं और बच्चों के साथ हैवानियत की अगर कोई उनका समर्थन करता है तो उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का केस चलना चाहिए. ऐसे सभी लोगों को फ्लाइट का टिकट कटवाकर गाजापट्टी भेज देना चाहिए और वहीं जाकर ये लोग शोक प्रकट करें. इस बार 6 से 10 नवंबर तक विधानसभा का सत्र चलेगा. ये सत्र महत्वपूर्ण माना जा रहा है. दरअसल इस बार बिहार सरकार जाति आधारित जनगणना की विस्तृत रिपोर्ट सदन के पटल पर रखेगी और उसपर चर्चा कराएगी. इसके अलावा शिक्षक बहाली का मुद्दा भी गूंजेगा.