बिहार के एक व्यक्ति ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी Rahul Gandhi के खिलाफ पटना की एक अदालत में शिकायत दर्ज कराई है. शिकायतकर्ता मुकेश चौधरी ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी की हालिया टिप्पणी से वह इतना सदमे में आ गया कि एक बाल्टी दूध गिर गया, जिससे 250 रुपये का नुकसान हुआ.
समस्तीपुर जिले का है राहुल पर मुकदमा करने वाला शक्स
बिहार के समस्तीपुर जिले में यह अजीबोगरीब घटना हुई है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक चौधरी ने शिकायत की कि पिछले हफ़्ते राहुल गांधी की “भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ाई” वाली टिप्पणी से वे स्तब्ध हैं. चौधरी ने आरोप लगाया, “मैं इस कदर स्तब्ध था कि 50 रुपये प्रति लीटर की कीमत वाली पांच लीटर दूध से भरी मेरी बाल्टी मेरे हाथ से फिसल गई. राहुल गांधी देश की संप्रभुता को ख़तरे में डाल रहे थे.”
रोसरा उप-मंडल के एक सिविल कोर्ट में दायर याचिका में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत गांधी पर मुकदमा चलाने की मांग की गई है, जिसमें धारा 152 भी शामिल है, जो देशद्रोह से संबंधित है.
पीटीआई ने बताया कि इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि अदालत ने चौधरी की याचिका स्वीकार की है या नहीं.
Rahul Gandhi ने क्या कहा था?
15 जनवरी को नई दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के नए मुख्यालय के उद्घाटन के दौरान, राहुल गांधी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के इस दावे की आलोचना की कि भारत की असली आज़ादी अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के साथ हासिल हुई. लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “बीजेपी और आरएसएस ने हर एक संस्थान पर कब्ज़ा कर लिया है और अब हम बीजेपी, आरएसएस और भारतीय राज्य से ही लड़ रहे हैं.”
बीजेपी ने की थी राहुल की टिप्पणी की निंदा
गांधी की टिप्पणी की भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने निंदा की, जिन्होंने कहा, “वे न तो इतिहास के बारे में जानते हैं और न ही इससे उनका कोई लेना-देना है. मैंने कई बार कहा है कि उनके भाषण लेखक कुछ भी लिखते हैं, और वे इसे कहीं भी पढ़ लेते हैं.” देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कथित कृत्यों के लिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152 और 197 (1) डी के तहत उनकी कथित टिप्पणी के लिए असम में कांग्रेस के रायबरेली सांसद के खिलाफ एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी.
शिकायतकर्ता मोनजीत चेतिया ने आरोप लगाया, “राहुल गांधी का यह बयान राज्य के अधिकार को कमतर आंकने और उसे शत्रुतापूर्ण इकाई के रूप में चित्रित करने का प्रयास है. इस तरह की टिप्पणियां एक खतरनाक कहानी बनाती हैं, जो अशांति को भड़का सकती है और अलगाववादी भावनाओं को बढ़ावा दे सकती है.”
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