Bengaluru stampede HighCourt : बेंगलुरु के चिन्ना स्वामी स्टेडियम से निलकने वाले विक्ट्री परेड से पहले हुई भगड़द को लेकर जब कर्नाटक की सिद्धारमैय्या सरकार, बीसीसीआई और आइपील बोर्ड ने किसी भी तरह की जिम्मेदारी लेने से किनारा कर लिया है तब इसकी जिम्मेदारी तय करने का जिम्मा तय करने के लिए हाईकोर्ट स्वतह आगे आया है. गुरुवार को कर्नाटक हाई कोर्ट मे दो जजों की बेंच में दोपहर ढाई बजे कोर्ट में सुनवाई होगी. कोर्ट ने कर्नाटक सरकार से इस मामले के बारे में जानकारी मांगी है. आज की सुनवाई हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश वी. कामेश्वर राव और न्यायमूर्ति सी.एम. जोशी की पीठ मे होना तय हुआ है.
Bengaluru stampede HighCourt:सरकार कोर्ट को देगी जानकारी !
कर्नाटक सरकार ने इस हादसे के बारे में कुछ जानकारिया कोर्ट को देने के लिए सहमती जताई है. सरकार आज हाई कोर्ट को बतायेगी कि ये घटना कैसे हुई और अब तक क्या क्या कदम उठाये गये हैं.
कर्नाटक के मंत्री ने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ा
इस दर्दनाक घटना के बाद जब पत्रकारों ने गृहमंत्री जी परमेश्वरा से ये सवाल किया कि आखिर सेलिब्रेशन की इतनी जल्दी क्या थी तो इस पर मंत्री ने कहा कि ये आयोजन (विक्ट्री परेड और स्टेडियम में जश्न) हमारी तरफ से नहीं किया गया था. गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने या सरकार ने कर्नाटक क्रिकेट एसोसियेशन से सेलिब्रेशन मनाने को लेकर कई अनुरोध नहीं किया था. मंत्री ने कहा कि ये कार्यक्रम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की तरफ से ही आयोजित किया गया था.
मुख्यमंत्री ने खुद खिलाडियों को किया था सम्मानित
गृहमंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि हलांकि उन्होने कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया था ना हि एसोशियेशन से कोई अनुरोध किया था लेकिन हमें लगा कि खिलाडियों का सम्मान किया जाना चाहिये , क्योंकि ये बैंगुलुरु की टीम थी. इसलिए हमने सोचा कि इसका हिस्सा बनना चाहिये. हमने आयोजन नही किया बल्कि आयोजित कार्यक्रम का केवल हिस्सा बने. गृहमंत्री परमेश्वर ने घटना का पूरा ठीकरा RCB और KSCA पर फोड़ते हुए कहा कि यही लोग टीम को जश्न माने के लिए बेंगलुरु लेकर आए थे.
भाजपा नेता संबित पात्रा ने अल्लू अर्जुन का दिया उदाहरण
इस भयानक भगदड़ क बाद भाजपा ने कांग्रेस की सिद्धारमैय्या सरकार को घेर लिया है. भाजपा प्रवक्ता संवित पात्रा का कहना है कि BCCI अध्यक्ष और IPL के चेयरमैन का कहना है कि उन्हें ऐसे किसी कार्यक्रम की जानकारी नहीं था. जीत के बाद पहले भी विक्ट्री परेड होती रही हैं, लेकिन वे आमतौर ऐसे आयोजन जीत के कम से कम दो दिन बाद होते रहे हैं, ताकि प्रशासन भीड़ को संभालने की तैयारी कर सके. बीजेपी ने आरोप लगाया कि इस बार मुख्यमंत्री (सिद्धारमैय्या) और उपमुख्यमंत्री (डीके शिवकुमार) ने टीम पर तुरंत जुलूस निकालने का दबाव डाला और प्रशासन को इंतजाम के लिए केवल 12 घंटे का समय दिया. नतीजा ये हुआ कि 11 लोगों की जान चली गई.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने फोटो खिंचानें की जल्दी में, RCB को बाध्य कर, फाइनल जीतने के 12 घंटे के अंदर बिना किसी उचित व्यवस्था के विजय उत्सव का आयोजन किया, जिसका नतीजा रहा कि 11 लोगों की जान चली गई तथा 50 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
पूर्व… pic.twitter.com/RzN5kw7lIc
— Sambit Patra (@sambitswaraj) June 5, 2025

