मध्य पूर्व के तीन देशों की यात्रा पर गए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को दावा किया कि भारत ने वाशिंगटन को शून्य टैरिफ ‘zero tariffs’ व्यापार समझौते की पेशकश की है.
ब्लूमबर्ग ने उनके हवाले से बताया कि कतर में व्यापारिक नेताओं के साथ एक कार्यक्रम में बोलते हुए ट्रम्प ने कहा कि भारत सरकार ने “हमें एक ऐसा सौदा पेश किया है, जिसके तहत वे मूल रूप से हमसे कोई शुल्क नहीं वसूलने को तैयार हैं.” हालांकि, ट्रम्प ने भारत के स्पष्ट प्रस्ताव के बारे में कोई और जानकारी नहीं दी.
केंद्र सरकार ने अभी तक उनके बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
‘zero tariffs’ बयान से पहले ट्रंप ने किया था ये बड़ा दावा
अमेरिकी राष्ट्रपति लगातार ऐसे ूयान दे रहे है जिससे भारत सरकार की मुसीबतें बढ़ती जा रही है. अमेरिकी राष्कीट्रपति के दावों से एसा लग रहा है कि भारत ने अमेरिका के साथ व्यापार को लेकर पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम का फैसला लिया. ट्रंप की हाल की टिप्पणी नई दिल्ली द्वारा व्यापक पारस्परिक शुल्कों पर 90-दिवसीय रोक के भीतर वाशिंगटन के साथ व्यापार समझौते की कोशिशों की पृष्ठभूमि में आई है. ट्रम्प ने 9 अप्रैल को ‘मुक्ति दिवस’ की घोषणाओं के दौरान भारत पर 26 प्रतिशत शुल्क लगाया था.
ट्रम्प का यह बयान भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बारे में उनकी हालिया टिप्पणियों के मद्देनजर भी महत्वपूर्ण है. अमेरिकी राष्ट्रपति 10 मई को यह घोषणा करने वाले पहले व्यक्ति थे कि परमाणु-सशस्त्र पड़ोसी राष्ट्र लंबी रातों की बातचीत के बाद “पूर्ण और तत्काल” युद्ध विराम पर सहमत हो गए हैं.
भारत-पाकिस्तान संघर्ष रुकने के पीछे ट्रंप ने बताया था व्यापार को वजह
ट्रंप ने दावा किया था कि भारत और पाकिस्तान द्वारा एक दूसरे के खिलाफ सैन्य शत्रुता को रोकने के लिए लिए गए निर्णय के पीछे व्यापार एक बड़ा कारण था.
ऐसे समय में जब दोनों देश “एक दूसरे पर बहुत अधिक दबाव बना रहे थे और ऐसा लग रहा था कि यह रुकने वाला नहीं है”, अमेरिका ने “बहुत मदद की”, जिसमें व्यापार भी शामिल था, दोनों पक्षों को इस कगार से वापस लाने में, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा। उन्होंने कहा, “मैंने कहा, चलो, हम आप लोगों के साथ बहुत अधिक व्यापार करने जा रहे हैं, चलो इसे रोकते हैं.”
ट्रप के व्यापार दावों को लेकर भारत ने क्या कहा था
ट्रंप ने आगे दावा किया कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान के साथ “बहुत अधिक व्यापार करेगा”. “हम अभी भारत के साथ बातचीत कर रहे हैं, हम जल्द ही पाकिस्तान के साथ बातचीत करने जा रहे हैं और हमने एक परमाणु संघर्ष को रोक दिया है. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह एक बुरा परमाणु युद्ध हो सकता था, लाखों लोग मारे जा सकते थे.”
हालांकि, एचटी ने रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने इन दावों को खारिज कर दिया था. मामले से परिचित लोगों ने कहा था कि भारत-पाक संकट पर अमेरिका और भारत के शीर्ष नेताओं के बीच हाल ही में हुई चर्चाओं में व्यापार का कोई मुद्दा नहीं था. अमेरिका के दावों का खंडन करते हुए एक व्यक्ति ने कहा था, “इनमें से किसी भी चर्चा में व्यापार का कोई संदर्भ नहीं था.”
ये भी पढ़ें-‘IAEA को पाकिस्तान के nuclear weapons की जिम्मेदारी लेनी चाहिए’-कश्मीर में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह