पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के दोषियों को छोड़े जाने से कांग्रेस काफी नाराज़ है. आलम ये है कि न सिर्फ उसके नेता सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठा रहे है बल्कि सोनिया गांधी के नलिनी को सार्वजनिक रुप से माफ करने के फैसले पर भी खुलकर असहमति जता रहे हैं. शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए नलिनी श्रीहरन समेत 6 दोषियों को रिहा करने के आदेश दिए थे. SC ने अपने फैसले में कहा था कि राज्यपाल ने फैसला नहीं लिया इसलिए हमें ये कदम उठाना पड़ रहा है.
तमिलनाडु सरकार ने किया फैसले का स्वागत
आपको बता दें तमिलनाडु सरकार ने राजीव गांधी हत्या में शामिल दोषियों की समय से पहले रिहाई की याचिका का समर्थन किया था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा “मैं 6 लोगों की रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करता हूं. यह फैसला इस बात का सबूत है कि निर्वाचित सरकार के फैसलों को राज्यपालों द्वारा नियुक्त पदों पर नहीं टाला जाना चाहिए.”
“मैं आतंकवादी नहीं हूं”- रिहाई के बाद बोली नलिनी श्रीहरण
जेल से रिहा होने के बाद नलिनी ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा, मैं आतंकवादी नहीं हूं. मैं पिछले 32 साल से जेल में बंद थी और ये मेरे लिए संघर्ष वाले समय रहे हैं. मैं उन सभी का शुक्रिया अदा करती हूं, जिन्होंने मेरा समर्थन किया. विश्वास रखने के लिए मैं तमिलनाडु के लोगों और सभी वकीलों को धन्यवाद देती हूं.
सुप्रीम कोर्ट ने देश की भावनाओं को ध्यान में नहीं रखा-कांग्रेस
कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के राजीव गांधी के दोषियों को रिहा करने के फैसले का पुरज़ोर विरोध किया है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक लेटर जारी करते हुए कहा – सुप्रीम कोर्ट ने ये फैसला देते वक्त देश की भावनाओं को ध्यान में नहीं रखा. उन्हें फैसले को गलतियों से भरा हुआ बताया. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को पूर्णतः अस्वीकार्य और गलत बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसकी स्पष्ट रूप से आलोचना करती है और इसे पूरी तरह से अक्षम्य मानती है.
सोनिया और प्रिंयका के दोषियों को माफ करने से असहमत अभिषेक मनु सिंघवी
राज्यसभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राजीव गांधी के हत्यारों को छोड़ने के फैसले ने पूरे देश की चेतना को झकझोर दिया है. उन्होंने कहा रिहाई का कोई पूर्ण अधिकार नहीं है और प्रत्येक मामला परिस्थितियों पर निर्भर करता है. उन्होंने ये भी कहा कि हमारे पास जो भी कानूनी अधिकार हैं, हम उनका प्रयोग करेंगे.
सिंघवी ने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी द्वारा सार्वजनिक रूप से दोषियों को माफ करने के फैसले से भी असहमत जताई. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के अपने विचार हैं, लेकिन पार्टी उस विचार से सहमत नहीं है. हम उनके दृष्टिकोण का सम्मान करते हैं. इस मामले में तमिलनाडु और कांग्रेस का रुख हमेशा अलग रहा है.
सुरजेवाला ने साधा पीएम पर निशाना
वहीं इस मामले में कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चार सवाल पूछे. उन्होंने पूछा क्या केंद्र की बीजेपी सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी? सुरजेवाला ने कहा युवा पीएम की हत्या के घाव फिर हरे हो गए है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि क्या वह और उनकी सरकार पूर्व पीएम राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई का समर्थन करते है? उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से क्यों क्यों नहीं रखा? क्या उग्रवाद पर मोदी सरकार का ये दोहरा रवैया नहीं है?
पूर्व पीएम के हत्यारे क्या आज़ाद होते है
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने राजीव गांधी की हत्या में शामिल नलिनी श्रीहरन की रिहाई के बाद की तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया कि क्या दुनिया में ऐसा होता है. उन्होंने लिखा “मैंने स्वर्गीय राजीव गांधी को 21 मई 1991 को भुवनेश्वर के एक हेलीपैड पर आखिरी बार देखा था. वो उनसे आखिरी हाथ मिलाना था. हमेशा सोचता हूं, क्या हम उस हत्याकांड के बारे में पूरी सच्चाई जानते हैं? पूर्व पीएम के हत्यारे इस तरह आज़ाद दुनिया के किसी देश में चलते नज़र आ सकते हैं?”
I saw Late Rajiv Gandhi off on 21st of May 1991 at a helipad in Bhubneshwar. That was the last handshake with him
Have always wondered do we know full truth about that Assasination ? In which other country in the world would assassins of a Former PM walk?
https://t.co/TxAmmWJsBm— Manish Tewari (@ManishTewari) November 11, 2022
हत्यारों को छूटना नहीं चाहिए था- भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल ने भी राजीव गांधी के हत्यारों को समय से पहले रिहा किया जाने पर नाराज़गी जताई. उन्होंने कहा, “इसके बारे में हमारे राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय राम रमेश का बयान आया है। उन्होंने इसकी आलोचना की है कि इसको छूटना नहीं चाहिए था”
राजीव गांधी के हत्यारों को समय से पहले रिहा किया गया है। इसके बारे में हमारे राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय राम रमेश का बयान आया है। उन्होंने इसकी आलोचना की है कि इसको छूटना नहीं चाहिए था: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड के दोषियों को रिहा करने के आदेश पर छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल pic.twitter.com/6ERVyW9cVl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 12, 2022
सोनिया गांधी ने नलिनी को किया था माफ
आपको बता दें जब नलिनी को राजीव गांधी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, तब वह 2 माह की गर्भवती थी. तब राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी ने नलिनी को माफ कर दिया था. सोनिया ने कहा था कि नलिनी की गलती की सजा एक मासूम बच्चे को कैसे मिल सकती है, जो अब तक दुनिया में आया ही नहीं है. नलिनी की फांसी की सज़ा को उम्रकैद में भी इसी आधार पर बदला गया था कि उनकी एक बेटी है.