मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बिहार में अलग-अलग जगहों पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पूजा-अर्चना की. दो साल बाद गंगा घाटों पर इतनी भीड़ नजर आई. पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर समेत अन्य शहरों में स्नान के दौरान मेले जैसा माहौल रहा. भीड़ को देखते हुए पुलिस-प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए है.
पटना में ढाई लाख श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
राजधानी पटना में 74 गंगा घाटों पर ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. श्रद्धालुओं का सोमवार से ही पटना में जुटना शुरू हो गया था. आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में लोग गंगा स्नान के लिए पटना पहुंचे. उनके आने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा. राजधानी के विभिन्न घाटों पर सुबह से भीड़ जुटना शुरू हो गई और सूरज उगते ही गंगा स्नान कर लोगों ने पूजा-अर्चना की.
बिहार: पटना में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में पावन स्नान किया। pic.twitter.com/xxp2akum8i
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 8, 2022
मान्यता है कि कार्तिक स्नान से होती है मनोकामना पूरी
मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करने से श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती है. लोगों का मानना है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में अवश्य स्नान करना चाहिए. यह परंपरा सदियों से चली रही है और कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग बिहार के कई हिस्सों से पटना में गंगा में डुबकी लगाने पहुंचते हैं. गौरतलब हो कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में डुबकी लगाने से लोगों की आस्था है कि मोक्ष की प्राप्ति होती है.