Prayagraj traffic jam: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज में महाकुंभ तक जाने वाली सड़कों पर कथित तौर पर सैकड़ों किलोमीटर लंबे ट्रैफिक जाम को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला किया है.
अखिलेश यादव ने कहा कि यातायात जाम के कारण खाद्यान्न और सब्जियों जैसी बुनियादी सुविधाओं की आपूर्ति ठप हो गई है, जिससे महाकुंभ में आने वालों और प्रयागराज के निवासियों की परेशानी बढ़ गई है.
जाम से परेशान प्रयागराज के लोग और श्रद्धालु- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट लिखकर कहा कि प्रयागराज में करोड़ों लोग भूखे-प्यासे और थके हुए फंसे हुए हैं. उन्होंने स्थिति को “बेहद गंभीर” बताया. उन्होंने कहा, “प्रयागराज में चतुर्दिक जाम की वजह से न तो खाने-पीने के लिए खाद्यान्न और सब्ज़ी मसाले उपलब्ध हो पा रहे हैं और न ही दवाई, पेट्रोल-डीज़ल. इससे प्रयागराज व महाकुंभ परिसर तथा प्रयागराज आने-जानेवाले मार्गों पर फँसे करोड़ों भूखे-प्यासे, थके-हारे श्रद्धालुओं की हालत हर घंटे बद से बदतर होती जा रही है. ये एक अति गंभीर स्थिति है. जैसे राज्यों में सांविधानिक तंत्र फ़ेल हो जाने पर कमान किसी और को दे दी जाती है वैसे ही महाकुंभ में अव्यवस्थाओं का अंबार देखते हुए किस योग्य व्यक्ति को शासन की कमान दे दी जाए. अयोग्य लोग झूठा प्रचार कर सकते हैं, सच्ची व्यवस्था नहीं.”
प्रयागराज से संबंधित उपमुख्यमंत्री और कई जानेमाने मंत्रीगण नदारद हैं-अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने मौजूदा सरकार और प्रशासन सवाल उठाते हुए अपने दीसरे पोस्ट में लिखा,” जाम में फँसे लोग अपने वाहनों में क़ैद घंटों से क़ैद हैं. दनंदिनी ज़रूरतों के लिए महिलाओं तक के लिए कोई स्थान नहीं है. जो लोग रास्तों में बेसुध हो रहे हैं, उनकी देखभाल का कोई इंतजाम नहीं है. श्रद्धालुओं के मोबाइल फ़ोन की बैटरी ख़त्म हो गयी है, जिससे उनका अपने लोगों से संपर्क टूट गया है. संपर्क और सूचना के अभाव में लोगों में बेचैनी बढ़ गयी है. हालातों पर क़ाबू पाने के लिए कोई ज़िम्मेदार मंत्री या व्यक्ति नहीं दिखाई दे रहा है. मुख्यमंत्री तो पूरी तरह से नाकाम साबित हो ही चुके हैं साथ ही प्रयागराज से संबंधित उपमुख्यमंत्री और कई जानेमाने मंत्रीगण नदारद हैं. जिन्हें जनता के बीच होना चाहिए था वो घरों में बैठे हैं. जो सिपाही, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी या सफ़ाईकर्मी दिनरात निष्ठापूर्वक भूखे-प्यासे डटे हैं, उनके भोजन पानी की कोई व्यवस्था दिखाई नहीं दे रही है. अधिकारी कमरों में बैठकर आदेश तो दे रहे हैं लेकिन ज़मीन पर नहीं उतर रहे हैं. प्रयागराज के नगरवासियों को गंदगी, जाम और महंगाई के सिवा कुछ भी नहीं मिला है. सुनने में आया है कि अब भाजपाई श्रद्धालुओं पर ही ये आरोप लगा रहे हैं कि जब पता है कि हर तरफ़ बद इंतज़ामी फैल गयी है कि तो श्रद्धालु आ ही क्यों रहे हैं. कोई प्रदेश में हादसे के मारे लोगों को अपने हाल पर छोड़कर दूसरे प्रदेश में समारोह में शामिल हो रहा है कोई विदेश चला जा रहा है, श्रद्धालुओं का पुरसाहाल कोई है क्या?”
ये गंदगी स्वच्छता और स्वास्थ्य दोनों तरह से बहुत हानिकारक है-अखिलेश यादव
उन्होंने महाकुंभ में सफाई को लेकर भी चिंता जताई और लिखा, “संगम के मुख्य नहान स्थान पर हर तरफ़ फैली अपरंपार गंदगी की सफ़ाई का इंतज़ाम तुरंत किया जाए. ये गंदगी स्वच्छता और स्वास्थ्य दोनों तरह से बहुत हानिकारक है. इससे महाकुंभ की पवित्र-पावन छवि भी दूषित और धूमिल हो रही है.”
Prayagraj traffic jam: 200-300 किलोमीटर तक फैला है जाम
पूर्व मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी प्रयागराज शहर में कथित तौर पर 200-300 किलोमीटर तक फैले ट्रैफिक जाम के बीच आई है. इस ट्रैफिक में मध्य प्रदेश से होकर महाकुंभ में भाग लेने जा रहे श्रद्धालुओं के वाहन भी शामिल हैं, जो अब अपनी कारों में फंस गए हैं. इंटरनेट पर कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी परेशानी साझा करते हुए इस ट्रैफिक जाम को “शायद दुनिया का सबसे बड़ा” बताया है.
पीटीआई की रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से कहा गया है, “आज प्रयागराज की ओर बढ़ना असंभव है क्योंकि 200-300 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम है.”
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