रायपुर
कलाकार चाहे कहीं के हों. उनका दिल भावुक और प्यार से भरा होता है. जहां थोड़ा अपनापन मिले जाये तो भीग जाता है. ऐसा ही कुछ नजारा शुक्रवार को रायपुर एयरपोर्ट पर दिखा. छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव 2022 के #National Tribal Dance Festival में हिस्सा लेने आये कलाकार जब वापस अपने देश जाने लगे तो एयरपोर्ट पर लोगों से गले लगते और रोते दिखाई दिये. अफ्रिकी देश मोजाम्बिक से आये कलाकार एयरपोर्ट पर तैनात पुलिसकर्मियों के गले लगकर रोते दिखाई दिये. एय़रपोर्ट पर ऐसा माहौल था जैसे बेटी अपना मायका छोड़ कर जा रही हो.
ये प्यार, ये अपनापन याद रहेगा
आँखों में आँसू, होंठों पर मुस्कुराहट और दिल में बहुत सी हसीन यादें लेकर छत्तीसगढ़ से विदा हुए मोज़ाम्बिक के कलाकार। #CGTribalFest2022 #NTDF2022 #CGRajyotsav2022 @bhupeshbaghel @culture_deptt @IndiainMoz @TribalAffairsIn @MinOfCultureGoI pic.twitter.com/W6nolhMLGM
— Jansampark CG (@DPRChhattisgarh) November 4, 2022
टोगो से आये कलाकारों ने जाते जाते नारा लगाया-छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया
Bye Bye Togo
टोगो से आए आदिवासी नर्तक दल के सदस्यों का ये अंदाज खास रहा#CGTribalFest2022 #NTDF2022 #CGRajyotsav2022 #छत्तीसगढ़िया_सबले_बढ़िया pic.twitter.com/MNLTyGWkkq
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) November 4, 2022
वहीं मालदीव से आये कलाकारों ने खास तौर से सीएम भूपेश बघेल और आयोजनकर्ताओं को सराहा.मालदीव के कलाकार ने गाना गाया- चलते चलचे मेरे ये गीत याद रखना .इन कलाकारों ने केवल छत्तीसगढ़ को ही नहीं बल्कि भारत को इस खास आयोजन और ग्रैंड वेलकम के लिए खास तौर से धन्यवाद कहा
कभी अलविदा न कहना…
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने आए मालदीव के कलाकारों ने मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel को धन्यवाद देते हुए अनोखे अंदाज में विदाई ली।#CGTribalFest2022 #CGRajyotsav2022 #Chhattisgarh #NTDF2022@culture_deptt pic.twitter.com/vKLHCy7SEX
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) November 4, 2022
छत्तीसगढ़ में राज्य की स्थापना दिवस के मौके पर पिछले दो साल से बघेल सरकार राज्योत्सव का आय़ोजन कर रही है और इसमें खासतौर से आदिवासी संस्कृति की ओर दुनिया का ध्यान आकृष्ट करने के लिए national tribal dance festival का आयोजन करती है जिसमें भारत के राज्यों के साथ साथ विदेशों से भी आदिवासी और लोक कलाकार हिस्सा लेने आते हैं.
ये तीसरा साल था जब इतने वृहद पैमाने पर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य समारोह आयोजित किया गया . इस साल भारत के राज्यों के साथ साथ 9 देशों से आये करीब 1400 कलाकार आयोजन में शामिल हुए.मोजांबिक,न्यूजीलैंड, मंगोलिया, सर्बिया,मालदीव,टोगो,इंजोनेशिया,रुस,मिश्र जैसे देशों के कलाकार शामिल हुए.रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में बने शिल्पग्राम में तीन दिनों तक चले भव्य आयोजन में इन कलाकारों ने अपने देश की संस्कृति को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया.
मंगोलियान नर्तक रायपुर को बाय बाय कहते हुए अपने देश के लिए रवाना हुए. मंगोलियन डांस समूह के मुखिया इनखबोल्ड भारत की मेहमानवाजी और संस्कृति से इतने प्रभावित हुए कि जाते जाते कहने लगे- छत्तीसगढ़ आना उनके लिए बेहुत अच्छा अनुभव रहा. मौका मिला तो फिर भारत आएंगे.छत्तीसगढ में भूपेश बघेल सरकार में लगातार तीसरा मौका था जब देश विदेश के कलाकार छत्तीसगढ़ आये औऱ यहां की संस्कृति में रच बस गये. 2021 के राज्योत्सव में में केवल पांच देशों के कलाकार भारत आये थे. इस साल ये संख्या बढ कर नौ हुई है.
आज “राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव” के समापन कार्यक्रम के कुछ पल आपके साथ साझा कर रहा हूँ।
आज कार्यक्रम का समापन जरूर हुआ है लेकिन ऐसा लग रहा है कि यह एक वर्ष के लिए स्थगित हुआ है।
देश-विदेश के कलाकारों ने सबका दिल जीता है।सबको इंतजार रहेगा..#CGTribalFest2022 #CGRajyotsav2022 pic.twitter.com/IP4bSH8tmE
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 3, 2022

