JPC on Waqf: वक्फ विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के 9 नवंबर से शुरू होने वाली बैठकों के अगले दौर का विपक्षी सदस्य बहिष्कार करेंगे. यह घोषणा विपक्षी सदस्य एवं तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने गुरुवार को की.
बनर्जी ने जेपीसी प्रमुख भाजपा के जगदम्बिका पाल पर आरोप लगाया कि वे ‘अत्याचार’ और ‘मनमाने ढंग से काम करने’ के दोषी हैं.
जगदम्बिका पाल मनमाने और निरंकुश तरीके से काम कर रहे हैं-कल्याण बनर्जी
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बनर्जी ने कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संवाददाताओं से कहा, “सभी विपक्षी सदस्यों ने अगले दौर की बैठकों का बहिष्कार करने का फैसला किया है. अध्यक्ष मनमाने और निरंकुश तरीके से काम कर रहे हैं.”
JPC on Waqf: 5 नवंबर को लोकसभा अध्यक्ष से मिले थे विपक्षी नेता
बनर्जी ने आगे कहा, “विपक्षी सदस्यों ने 5 नवंबर को लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात की और कार्यक्रम को स्थगित करने की मांग की. हमने जेपीसी की बैठकों के दिनों की संख्या को सप्ताह में दो दिन से घटाकर सप्ताह में केवल एक दिन या हर पखवाड़े में दो लगातार दिन करने की भी मांग की.”
उन्होंने दावा किया कि स्पीकर ओम बिरला ने मौखिक रूप से उनकी मांगों पर ‘सहानुभूतिपूर्वक’ विचार करने और चेयरमैन से बात करने पर सहमति जताई थी, लेकिन ‘इसके बाद कुछ नहीं हुआ.’
वक्फ हितधारकों को पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा है-कल्याण बनर्जी
यह पूछे जाने पर कि विपक्षी सांसद आगामी बैठकों को पुनर्निर्धारित क्यों करना चाहते हैं, तृणमूल नेता ने कहा कि सभी सांसदों के पास ‘अन्य महत्वपूर्ण आधिकारिक काम’ भी हैं और उन्हें अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में लोगों से मिलना है.
इसके अलावा, उन्होंने आरोप लगाया कि वक्फ हितधारकों को पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा है, जबकि संशोधन विधेयक में कोई हिस्सेदारी नहीं रखने वालों को बैठकों के लिए बुलाया जा रहा है. बनर्जी ने कहा, “सत्तारूढ़ दल के सदस्य अपने एजेंडे के अनुसार काम कर रहे हैं, न कि राष्ट्र के हित में.”
आपको बता दें, 9 नवंबर , शनिवार से शुरू होकर, पैनल अगले छह दिनों में गुवाहाटी, भुवनेश्वर, कोलकाता, पटना और लखनऊ में बैठकें करेगा, जिसमें रविवार को छुट्टी होगी.