Rahul Uttamnagar Visit: शनिवार को कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दिल्ली की एक नाई की दुकान पर चंपी और ट्रिमिंग करवाते हुए अपना एक वीडियो पोस्ट किया. पोस्ट में राहुल “कड़ी मेहनत करने वाले गरीब और मध्यम वर्ग” के लोगों के संघर्षों के बारे में बात करते नज़र आ रहे है. वह उनकी घटती आय और बढ़ती महंगाई को उजागर कर रहे हैं.
गांधी ने इन समूहों को सहायता देने के लिए अभिनव समाधानों और नई योजनाओं की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे उन्हें अपनी आय बढ़ाने और बचत करने में सक्षम बनाया जा सके. शुक्रवार को उन्होंने दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में ‘क्लासिक हेयर सैलून’ का दौरा किया और नाई अजीत से बात की.
Rahul Uttamnagar Visit: राहुल गांधी के शेयर वीडियो में क्या है
अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किए गए वीडियो में, गांधी अपनी गर्दन पर गुलाबी तौलिया लपेटे हुए अजीत से बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं, उनकी आय, मासिक किराया और बचत करने की उनकी क्षमता के बारे में पूछ रहे हैं. अजीत जवाब देते हैं कि वह कुछ भी नहीं बचा सकते, कहते हैं, “कुछ नहीं बचता.” गांधी ने हल्के-फुल्के अंदाज में उन्हें आश्वस्त किया “रोना मत”. अजित ने राहुल गांधी को बताया कि पूरे दिन काम करने के बावजूद, वह दिन के अंत तक कोई पैसा नहीं बचा पाते हैं.
इस यात्रा के लिए आभार व्यक्त करते हुए अजित ने गांधी की प्रशंसा करते हुए कहा, “कम से कम हम गरीब लोगों का समर्थन करने वाला कोई तो है. अन्यथा, इस दुनिया में दूसरों की परवाह कौन करता है? मैं राहुल जी से मिलकर बहुत खुश हूं.” इसके बाद अजित भावुक होकर गांधी से गले मिले और उनकी आंखों में आंसू आ गए.
चार शब्द और उनके आसूं हर मेहनतकश की कहानी बयां कर रहे हैं-राहुल
अजित के साथ अपने वीडियों को शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, “”कुछ नहीं बचता है!” अजीत भाई के ये चार शब्द और उनके आसूं आज भारत के हर मेहनतकश गरीब और मध्यमवर्गीय की कहानी बयां कर रहे हैं. नाई से लेकर मोची, कुम्हार से लेकर बढ़ई – घटती आमदनी और बढ़ती महंगाई ने हाथ से काम करने वालों से अपनी दुकान, अपना मकान और स्वाभिमान तक के अरमान छीन लिए हैं. आज की ज़रूरत है ऐसे आधुनिक उपाय और नई योजनाएं, जो आमदनी में बढ़त और घरों में बचत वापस लाएं. और, एक ऐसा समाज जहां हुनर को हक़ मिले और मेहनत का हर कदम आपको तरक्की की सीढ़ियां चढ़ाए.“
“कुछ नहीं बचता है!”
अजीत भाई के ये चार शब्द और उनके आसूं आज भारत के हर मेहनतकश गरीब और मध्यमवर्गीय की कहानी बयां कर रहे हैं।
नाई से लेकर मोची, कुम्हार से लेकर बढ़ई – घटती आमदनी और बढ़ती महंगाई ने हाथ से काम करने वालों से अपनी दुकान, अपना मकान और स्वाभिमान तक के अरमान छीन लिए… pic.twitter.com/1gYGdui2ll
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 25, 2024
गरीब लोगों से मिलते रहते है राहुल गांधी
इससे पहले मई में, लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करते हुए, गांधी उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक नाई की दुकान पर गए थे. गांधी के दौरे के बाद, दुकान में ग्राहकों की संख्या में वृद्धि देखी गई.
राहुल गांधी अक्सर विभिन्न व्यवसायों के लोगों से मिलते हैं ताकि उनकी चुनौतियों को समझ सकें, इससे पहले वे मोची, निर्माण श्रमिकों, मैकेनिक, ट्रक ड्राइवरों आदि से मिल चुके हैं.
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