Hamas-Israel War: शनिवार को लेबनान से एक ड्रोन इज़रायल में घुसा और कैसरिया शहर पर हमला किया. इज़रायली सेना और स्थानीय मीडिया ने बताया कि ड्रोन का लक्ष्य प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का आवास था.
सेना ने पुष्टि की है कि ड्रोन ने “सीज़रिया क्षेत्र में एक इमारत पर हमला किया”, लेकिन इसमें कोई हताहत नहीं हुआ.
Hamas-Israel War: नेतन्याहू सुरक्षित हैं- इजरायली प्रवक्ता
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि ड्रोन को कैसरिया में उनके घर की ओर लॉन्च किया गया था. उन्होंने यह भी कहा कि नेतन्याहू आस-पास नहीं थे और कोई हताहत नहीं हुआ.
इजरायल डिफेन फोर्स ने बताया कि इस घटना के परिणामस्वरूप दो अन्य ड्रोन को रोका गया और तेल अवीव के उत्तर में ग्लिलोट में चेतावनी सायरन बजाया गया. हालांकि, बाद में सेना ने उस क्षेत्र में ड्रोन हमले से इनकार किया. आईडीएफ ने कहा कि वह घटना की जांच कर रहा है.
याह्या सिनवार की मौत के कुछ दिन बाद हुआ ड्रोन हमला
यह हमला हमास द्वारा 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर किए गए हमले के पीछे के मास्टरमाइंड याह्या सिनवार के मारे जाने के कुछ ही दिनों बाद हुआ है. इस हमले के चलते पिछले साल गाजा युद्ध की शुरुआत हुई थी. एक साल तक चले तलाश अभियान के बाद बुधवार को इजरायली सेना के साथ मुठभेड़ में उसकी मौत हो गई. गुरुवार को आधिकारिक तौर पर उसकी मौत की घोषणा की गई.
सिनवार की मौत से ‘प्रतिरोध की धुरी’ नहीं रुकेगी: अयातुल्ला अली खामेनेई
शनिवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि सिनवार की मौत से ‘प्रतिरोध की धुरी’ नहीं रुकेगी और हमास कायम रहेगा.
खामेनेई ने कहा, “उनकी मृत्यु निस्संदेह प्रतिरोध की धुरी के लिए दर्दनाक है, लेकिन प्रमुख हस्तियों की शहादत के बाद भी यह मोर्चा आगे बढ़ना बंद नहीं हुआ.” “हमास जीवित है और जीवित रहेगा.”
आपको बता दें, ईरानी समर्थन से वर्षों से निर्मित “प्रतिरोध की धुरी” में हमास, लेबनान का हिजबुल्लाह, यमन का हौथी आंदोलन और इराक और सीरिया के विभिन्न शिया समूह शामिल हैं, जो सभी मध्य पूर्व में इजरायल और अमेरिकी प्रभाव का विरोध करते हैं.