दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक का दूसरा दिन है. आतंकवाद निरोधी समिति की इस बैठक में आतंकवाद से बचने वाले लोगों, पीड़ितों और उनके परिवारों की याद में एक मिनट का मौन रखा गया.
#WATCH दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधी समिति की बैठक के दूसरे दिन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्य एकत्र हुए। इस दौरान आतंकवाद से बचने वाले लोगों, पीड़ितों और उनके परिवारों की याद में एक मिनट का मौन रखा गया। pic.twitter.com/7xL2uQW1iB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 29, 2022
तकनीक पर लगाम जरूरी
इस बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर ने हाल में आतंकवाद फैलाने के लिए तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल पर चिंता जताई. उन्होंने कहा हाल के सालों में आतंकवादी समूहों ने खासकर खुले और उदार समाजों में तकनीक का इस्तेमाल कर अपनी क्षमताओं को बढ़ाया है. ये आतंकवादी संगठन स्वतंत्रता, सहिष्णुता और प्रगति पर हमला करने के लिए खुले समाज की तकनीक, धन और लोकाचार का उपयोग करते हैं. समाज को अस्थिर करने के मकसद से कट्टरता का प्रचार करते है, षड्यंत्र रचते है. इनके इस मकसद में इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इनके टूलकिट के सबसे ताकतवर उपकरण बन गए हैं.
कुछ देशों ने आतंकवाद को राज्य द्वारा वित्त पोषित उद्यम में बदला
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि आज दुनिया के सामने आतंकवाद मानवता के ऊपर सबसे बड़े ख़तरों है. उन्होंने कहा “UNSC ने पिछले 2 दशकों में आतंकवाद जैसे ख़तरे से निपटने के लिए मुख्य रूप से आतंकवाद विरोधी प्रतिबंध व्यवस्था के आसपास निर्मित एक महत्वपूर्ण वास्तुकला विकसित की है. यह उन देशों को का ध्यान केंद्रित करने में बहुत प्रभावी रहा है जिन्होंने आतंकवाद को राज्य द्वारा वित्त पोषित उद्यम में बदला है”.