Rahul Gandhi in US: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि आम चुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को अप्रत्याशित नतीजे मिलने के बाद से मोदी “मनोवैज्ञानिक रूप से फंस गए हैं”. राहुल गांधी जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के एक कार्यकर्म में शामिल हुए थे.
मैं मोदी से नफरत नहीं करता-Rahul Gandhi in US
नेता विपक्ष ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ,“ मैं मोदी से नफरत नहीं करता. उनका एक दृष्टिकोण है; मैं उनके दृष्टिकोण से सहमत नहीं हूँ, लेकिन मैं उनसे नफरत नहीं करता. उनका एक अलग दृष्टिकोण है, और मेरा एक अलग दृष्टिकोण है.”
कांग्रेस ने अपने खाते फ्रीज होने के बावजूद आम चुनाव लड़ा
राहुल गांधी ने एक बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने अपने खाते फ्रीज होने के बावजूद आम चुनाव लड़ा. उन्होंने कहा कि पार्टी फिर भी नरेंद्र मोदी के भारत के विचार को नष्ट करने में कामयाब रही.
उन्होंने कहा, ” यहां मौजूद कई लोग शायद व्यवसाय चलाते हों. कल्पना कीजिए कि एक दिन आपका वित्त विभाग आपके पास आता है और कहता है, ‘आपके सभी बैंक खाते अगले आदेश तक सील या बंद कर दिए गए हैं.’ आपको समझ में नहीं आएगा कि क्या करना है. चुनाव से तीन महीने पहले, कांग्रेस पार्टी के साथ यही हुआ. कांग्रेस पार्टी का हर एक बैंक खाता सील कर दिया गया। विज्ञापन के लिए पैसे नहीं थे, प्रचार के लिए पैसे नहीं थे और हमारे नेताओं को लाने-ले जाने के लिए पैसे नहीं थे.
कोषाध्यक्ष ने कहा कि हमारे पास कोई पैसा नहीं है. मैंने उनकी तरफ देखा और कहा, ‘हम देखेंगे कि क्या होता है,’ और इसी भावना के साथ हमने चुनाव लड़ा.” उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी चुनाव परिणामों को स्वीकार नहीं कर पाए हैं.
मोदी मनोवैज्ञानिक रूप से फंस गए हैं
उन्होंने कहा, “आप इसे देख सकते हैं, क्योंकि जब आप प्रधानमंत्री को संसद में देखते हैं… तो वे मनोवैज्ञानिक रूप से फंस गए हैं, और वे मूलतः इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, वे समझ नहीं पा रहे हैं कि यह कैसे हुआ.”
प्रधानमंत्री मोदी पर एक और कटाक्ष करते हुए गांधी ने कहा कि उन्हें पता था कि जब उन्होंने दावा किया कि वे सीधे भगवान से बात कर सकते हैं, तो वे टूट गए थे.
राहुल गांधी ने कहा, “प्रचार अभियान के आधे समय में, मोदी को नहीं लगा कि वे 300-400 सीटों के करीब पहुंच गए हैं…हमें नियमित स्रोतों, कुछ खुफिया एजेंसियों से जानकारी मिल रही थी…यह बहुत स्पष्ट था. प्रधानमंत्री के अंदर एक अंदरूनी बात चल रही थी जिसे मैं देख सकता था…वे (पीएम मोदी) कई वर्षों तक गुजरात में रहे, कभी प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना नहीं किया और भारत के प्रधानमंत्री बन गए. और अचानक, यह विचार टूटने लगा.”
उन्होंने कहा, “जब उन्होंने कहा कि मैं सीधे भगवान से बात करता हूं, तो हम जानते थे. हम जानते थे कि हमने उन्हें तोड़ दिया है…हमने इसे मनोवैज्ञानिक पतन के रूप में देखा.”
उन्होंने कहा कि विपक्ष के इंडिया गठबंधन ने सुनिश्चित किया कि मोदी की सत्ता ढह जाए.
जाति जनगणना अब एक अजेय विचार है-राहुल गांधी
वहीं जाति जनगणना पर अपने विचार रखते हुए राहुल ने कहा,“ यह महत्वपूर्ण प्रश्न कि क्या हमारी 90% आबादी भारत के संस्थागत ढांचे – अर्थव्यवस्था, सरकार, शिक्षा – में सार्थक रूप से प्रतिनिधित्व करती है, इसका उत्तर चाहिए. मूल रूप से, यह निष्पक्षता और न्याय का मुद्दा है. आर्थिक और संस्थागत सर्वेक्षण के साथ-साथ व्यापक जाति जनगणना से कम कुछ भी अस्वीकार्य है.
240 लोकसभा सीटों के साथ भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. हालांकि, वे लोकसभा में साधारण बहुमत से चूक गए.“