Ayodhya land circle rates: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव में 7 साल बाद अयोध्या में ज़मीनों के सर्कल रेट बढ़ने के अयोध्या प्रशासन के फैसले को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश यादव जो लंबे समय से अयोध्या में बाहरी लोगों के ज़मीन खरीदने की जांच की मांग करते रहे हैं, ने एक पोस्ट लिख कहा, भाजपा = भू ज़मीन पार्टी
भाजपा का अयोध्या से भावात्मक-भावनात्मक लगाव नहीं -अखिलेश यादव
अयोध्या में ज़मीन के सर्कल रेट बढ़ाने के प्रस्ताव पर अखिलेश ने लिखा, “भाजपाइयों ने सस्ते में अपनों को खरीदवाया और जब बेचकर निकलने का समय आया तो भाजपा सरकार ने सर्किल रेट बढ़ाने का प्रबंध करवाया. अयोध्या की भूमि भाजपाई सौदेबाज़ी और मुनाफ़ाखोरी की शिकार हुई है. अयोध्या की जनता तो पहले ही जान गयी थी कि भाजपा का अयोध्या से भावात्मक-भावनात्मक लगाव नहीं बल्कि ‘भू-नात्मक’ व ‘मुनाफ़ात्मक’ लोभ है. भाजपाई लालच ने जब अयोध्या को नहीं छोड़ा तो बाकी देश का क्या हाल कर रहे होंगे, ये कहने की बात नहीं. भाजपा = भू ज़मीन पार्टी”
अखिलेश ने की थी अयोध्या में ज़मीन घोटाले की जांच की मांग
इससे पहले 10 जुलाई को लिके एक पोस्ट में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अयोध्या में अरबों रुपये के कथित भूमि बिक्री घोटाले के लिए भाजपा सरकार की आलोचना की. थी उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक समाचार रिपोर्ट को साझा करते हुए लिखा था “जैसे-जैसे अयोध्या की ज़मीन के सौदों का भंडाफोड़ हो रहा है, उससे ये सच सामने आ रहा है कि भाजपा राज में अयोध्या के बाहर के लोगों ने मुनाफ़ा कमाने के लिए बड़े स्तर पर ज़मीन की ख़रीद-फ़रोख़्त की है. भाजपा सरकार द्वारा पिछले 7 सालों से सर्किल रेट न बढ़ाना, स्थानीय लोगों के ख़िलाफ़ एक आर्थिक षड्यंत्र है. इसकी वजह से अरबों रुपये के भूमि घोटाले हुए हैं. यहाँ आस्थावानों ने नहीं बल्कि भू-माफ़ियाओं ने ज़मीनें ख़रीदी हैं. इन सबसे अयोध्या-फ़ैज़ाबाद और आसपास के क्षेत्र में रहनेवालों को इसका कोई भी लाभ नहीं मिला. ग़रीबों और किसानों से औने-पौने दाम पर ज़मीन लेना, एक तरह से ज़मीन हड़पना है. हम अयोध्या में तथाकथित विकास के नाम पर हुई ‘धांधली’ और भूमि सौदों की गहन जाँच और समीक्षा की माँग करते हैं.”
Ayodhya land circle rates: क्या है पूरा मामला
सात साल के अंतराल के बाद अयोध्या में जमीन के सर्किल रेट में बढ़ोतरी होने जा रही है. आपको बता दें, गुरुवार यानी 29 अगस्त को अयोध्या जिला मजिस्ट्रेट ने प्रस्तावित सर्किल रेट की सूची जारी की और लोगों से फीडबैक मांगा. प्रस्तावित दरें अगस्त 2017 से लागू मौजूदा दरों से 50 से 200 फीसदी तक अधिक हैं. सुझाव प्राप्त करने की अंतिम तिथि 4 सितंबर है और उसके बाद दरों को अंतिम रूप देकर अधिसूचित किया जाएगा.
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