Noida Police: अगर आप यूपी में कार चला रहे हैं, तो हेलमेट पहनना न भूलें. हैरान हो गए? हैरान मत होइए, क्योंकि हाल ही में ट्रैफिक पुलिस ने रामपुर के एक पत्रकार को 1000 रुपये का चालान भेजा है.
सुनने में ये एक विचित्र घटना जरुर लग रही होगी लेकिन है हकीकत… उत्तर प्रदेश में एक पत्रकार पर कार चलाते समय हेलमेट न पहनने के कारण जुर्माना लगाया गया है. इतना ही नहीं पत्रकार महोदय इस मामले को रफा-दफा कराने के लिए काफी हाथ-पैर भी मार रहे हैं.
रामपुर के पत्रकार को Noida Police ने भेजा चालान
कई मीडिया संस्थानों की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब नौ महीने पहले रामपुर में बतौर टीवी पत्रकार काम करने वाले तुषार सक्सेना को शहर से 188 किलोमीटर दूर गौतम बुद्ध नगर जिले की नोएडा पुलिस से ₹1,000 का चालान मिला था. चालान चार पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट नहीं पहनाने को लेकर जारी हुआ था. शुरू में तुषार ने सोचा यह गलती से हो गया होगा, और उन्होंने इसे नज़र अंदाज कर दिया. लेकिन बाद में उन्हें एक फ़ॉलो-अप ईमेल और एक संदेश मिला.
फ़ॉलो-अप ईमेल और कोर्ट ले जाने की भी मिली चेतावनी
एनडीटीवी से बात करते हुए तुषार सक्सेना ने कहा, “मैंने कभी भी अपनी कार एनसीआर क्षेत्र में नहीं चलाई है. और अगर ऐसा कोई नियम है जो कहता है कि हमें कार के अंदर हेलमेट पहनना है, तो अधिकारियों को मुझे यह लिखित में देना चाहिए.” तुषार कहते है कि पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी कि अगर वह पैसे नहीं चुकाता है तो उसे अदालत में पेश होना पड़ेगा.
रामपुर के रहने वाले इस टीवी पत्रकार ने पिछले साल मार्च में अपनी सफ़ेद हुंडई कार खरीदी थी. अब उन्हें उम्मीद है कि नोएडा पुलिस उनके खिलाफ़ दर्ज मामला रद्द कर देगी.
2019 में अलीगढ़ में भी आया था ऐसा ही मामला सामने
वैसे यूपी पुलिस ने ये कारनामा पहली बार नहीं किया है इससे पहले 2019 में अलीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने शहर के एक व्यापारी पर इसी वजह से 500 रुपये का जुर्माना लगाया था. तब चालान के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने पीयूष वार्ष्णेय अपनी कार में हेलमेट पहनकर ट्रैफिक पुलिस ऑफिस पहुंचे थे. उन्हें बी इचालान जारी हुआ था. और तब भी इस खबर ने काफी सुर्खियां बटोरी थी.
पुलिस के खिलाफ क्यों नहीं होनी चाहिए कार्रवाई
तो आपको क्या चलता है ऐसे बेतुके चालान काटने वाली पुलिस पर भी चालान होना चाहिए की नहीं. आखिर जिसे बार-बार आप चालान को लेकर रिमाइंडर और कोर्ट ले जाने की धमकी दे रहे हो उसे इससे मानसिक तनाव तो हो रहा होगा….उसपर चालान कैंसल कराने के लिए जो भाग दौड़ करनी पड़ेगी वो अलग. पुलिस पर चालान तो इस लिए भी होना चाहिए की चलो एक बार गलती से चालान चला गया लेकिन जो ये रिमाइंडर और कोर्ट ले जाने की धमकी दे रहे है उसे क्या बिना पढ़ें लिखे ही भेजा जा रहा है. एक आदमी को गलती कर सकता है लेकिन बार बार होने वाली चीज़ गलती नहीं गुनाह कहलाती है.
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