अभिषेक झा,ब्यूरो चीफ,पटना
पटना : पटना हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनकर नटवरलाल अभिषेक अग्रवाल द्वारा डीजीपी एस.के.सिंघल को फोन करने पर गया के तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार को क्लीन चिट देने के मामले में पुलिस महानिदेशक कटघरे में हैं. पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने डीजीपी को कटघरे में खड़ा किया है और कहा कि मामला काफी गंभीर है,इसकी सीबीआई से जांच होनी चाहिए. मामला बढ़ने के बाद सीएम नीतीश कुमार डीजीपी के बचाव में उतर आये हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘बेचारे…डीजीपी रिटायर होने वाले हैं. उनको गलती का अहसास हो गया तो मामले पर ध्यान नहीं देना चाहिए.’
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि इस बात की जानकारी लगी कि कोई फोन कर रहा है. कोई गलत फोन करता रहा है, डीजीपी को लग गया कि कोई गलत आदमी फोन कर रहा है. इसके बाद जांच कराई गई तो पता चल गया कि कोई गड़बड़ आदमी फोन कर रहा है. पूरे तौर पर जांच करवाई गई और पता चल गया कि गड़बड़ आदमी फोन कर रहा है. अब सब कुछ किया जा रहा है.
पत्रकारों ने पूछा कि इस मामले में डीजीपी पर भी शक है. इस पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मान लिया जाए कोई नाम सुन कर (हाइकोर्ट जज का नाम) कोई बात करता है तो कोई बात नहीं. लेकिन उनको गलती का अहसास हुआ.
डीजीपी पर उठ रहे सवालों को दरकिनार करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि राज्य सरकार इसे एक मानवीय भूल मान रही है.इसलिए कानूनी तौर पर कार्रवाई करने की जरुरत नहीं है.वैसे भी रिटायरमेंट का समय है तो ऐसे समय में कोई कानूनी कार्रवाई करना नैतिकता नहीं होगी.
बिहार डीजीपी के बचाव में उतरे सीएम नीतीश कहा-उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ है, छोड़ दीजिये रिटायर होने वाले हैं. #Bihar #BiharNews @NitishKumar pic.twitter.com/q4jdDpKTYo
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) October 21, 2022

