Caste Census : संसद में जातीय जनगणना पर अनुराग ठाकुर, राहुल गांधी और अखिलेश यादव की बहस पर अब बहुजन समाज पार्टी की तरफ से सुश्री मायावती की प्रतिक्रिया समाने आई है. बीएसपी चीफ ने संसद में हुई इस बहसबाजी पर सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है – “कल संसद में ख़ासकर जाति व जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस व बीजेपी आदि में जारी तकरार नाटकबाज़ी तथा ओबीसी समाज को छलने की कोशिश, क्योंकि इनके आरक्षण को लेकर दोनों ही पार्टियों का इतिहास खुलेआम व पर्दे के पीछे भी घोर ओबीसी-विरोधी रहा है. इन पर विश्वास करना ठीक नहीं.”
1. कल संसद में ख़ासकर जाति व जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस व बीजेपी आदि में जारी तकरार नाटकबाज़ी तथा ओबीसी समाज को छलने की कोशिश, क्योंकि इनके आरक्षण को लेकर दोनों ही पार्टियों का इतिहास खुलेआम व पर्दे के पीछे भी घोर ओबीसी-विरोधी रहा है। इन पर विश्वास करना ठीक नहीं। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) July 31, 2024
Caste Census : जातीय जनगणना राष्ट्रीय मुद्दा
मायावती ने लिखा है – बीएसपी के प्रयासों से यहाँ लागू हुई ओबीसी आरक्षण की तरह ही राष्ट्रीय जातीय जनगणना जनहित का एक ख़ास राष्ट्रीय मुद्दा, जिसके प्रति केन्द्र को गंभीर होना जरूरी. देश के विकास में करोड़ों ग़रीबों-पिछड़ों व बहुजनों का भी हक, जिसकी पूर्ति में जातीय जनगणना की अहम भूमिका”
बीएसपी प्रमुख मायावती ने अपने ट्वीट के माध्यम से ये कहा कि पिछड़ों को लेकर बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों की नीतियां हमेशा आरक्षण विरोधी ही रही हैं.उन्होंने अनुराग ठाकुर के बयान और राहुल गांधी के पलटबयान को नाटकबाजी करार दिया और कहा कि इन दोनों ही पार्टियों पर विश्वास करना ठीक नहीं हैं.
बीएसपी के प्रयासों से देश में आरक्षण लागू – मायावती, बीएसपी प्रमुख
मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा कि बीएसपी के प्रयासों से यहाँ लागू आरक्षण की नीति लागू हुई है. ओबीसी आरक्षण की तरह ही राष्ट्रीय जातीय जनगणना राष्ट्रीय जनहित का मसला है और केन्द्र को इसके प्रति गंभीर होना जरूरी है. देश के विकास में करोड़ों ग़रीबों-पिछड़ों और बहुजनों का भी हक है और इसकी पूर्ति में जातीय जनगणना की भूमिका अहम है.
इंडिया गठबंधन में ना रहते हुए भी बीएसी नेता मायावती ने कांग्रेस नेता राहुल गाधी के जाति जनगणना की मांग का समर्थन कर दिया है. इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष खुले तौर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ संसद में खड़े हुए और राहुल गांधी के कंधे से कंधा मिलाते हुए सदन में उनका और उनकी मांग का समर्थन किया.