Bihar-11 engineers suspended : बिहार में पिछले 17 दिन में एक के बाद एक 12 पुल और पुलिया के ध्वस्त होने के बाद नीतीश कुमार की एनडीए सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. सरकार ने इन घटनाओं के सामने आने के बाद 11 इंजीनियर्स को सस्पेंड कर दिया है. नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए राज्य सरकार ने इन ध्वस्त हुए पुल पुलिया के स्थान पर अब नये पुल बनाने के आदेश दिये हैं.

Bihar-11 engineers suspended – पहली नजर में ही लापरवाही सामने आई
राज्य जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकरी चैतन्य प्रसाद (अतिरिक्त मुख्य सचिव) आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें 9 पुलों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिली है,जिनमें से 6 पुल पुराने और जर्जर हालत में थे. तीन निर्माणाधीन अवस्था में थे. सरकार की तरफ से कहा गया कि पहली नजर में ऐसा लगता है कि इस इस तरह की घटना में इंजीनियर और ठेकेदार की मिली भगत शामिल हैं. खराब कंस्ट्रक्शन क्वालिटी न निर्माणाधीन पुलो के गिरने कीएक वजह हो सकती है. अतिरिक्त मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने कहा कि उड़नदस्ता टीम ने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी है. जिसमे निकल कर आया है कि इन पुलों के इंजीनियर्स निर्माण को लेकर न तो एलर्ट थे और न ही इसकी निगरानी कर रहे थे. इन पुलों के गिरने की घटना में इंजीनियरों के संलिप्तता को देखते हुए अलग अलग विभागों में पदों पर तैनात 11 इंजीनियर्स को सस्पेंड कर दिया है.
पुनर्निर्माण का खर्च उठायेंगे ठेकेदार
चैतन्य प्रसाद ने कहा कि जहां जहां पुल गिर गये हैं, वहां नये पुलों का जल्द निर्माण किया जाएगा. इसके सरकार राज्य पुल निर्माण निगम से पुलों के रखरखाव और मरम्मत के लिए जल्द से जल्द काम करने का अनुरोध करेगी. पुनर्निमाण पर आने वाला खर्च का वहन ठेकेदार मातेश्वरी कंस्ट्रक्शन वहन करेगा ,साथ ही रिपोर्ट में जिन लोगों को जिम्मेदार माना गया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
ठेकेदार/ Contractor पर होगी कार्रवाई
ग्रामीण कार्य विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी दीपक सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब तक 3 पुलों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी है. सबसे पहले 18 जून को अररिया में बखरा नदी पर पुल को हुए नुकसान की सूचना मिली. ये निर्माणाधीन पुल कैसे ध्वस्त हुआ, इसकी जांच केंद्र और राज्य सरकार की टीमें कर रही हैं. इस के मामले में 4 इंजीनियर्स को सस्पेंड किया गया है , दो इंजीनियर्स को पहले ही सस्पेंड कर दिया गया था. इसके अलावा उन ठेकेदारों के पेमेंट्स रोक दिया गये हैं. जो इस पर काम कर रहे थे. जांच पूरी होने के बाद उनका पेमेंट किया जायेगा. एडिशनल चीफ सेक्रेटरी दीपक सिंह ने कहा कि जांच टीम की अंतिम रिपोर्ट आने के बाद सलाहकार और ठेकेदार पर अंतिम कार्रवाई की जाएगी.
ठेकेदारों ने स्थानीय लोगों पर कराया है केस दर्ज
दीपक सिंह ने कहा कि पुल के निर्माण का काम चल रहा था इस बीच ठेकेदार ने इन पुलों में कथित तोड़फोड़ के लिए पहले ही कुछ लोकल लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा रखी थी. ठेकेदारों से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि 15 जून के बाद निर्माण का काम क्यों जारी था. दीपक सिंह ने कहा कि अभी कुछ और पुल हैं जिनके बारे में एजेंसी पता लगा रही है . हम जिला प्रशासन से इनपुट मांग रहे हैं.