Delhi Water Crisis: राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर जल संकट के बीच दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को पड़ोसी राज्य हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से अतिरिक्त कच्चे पानी की आपूर्ति के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. केजरीवाल सरकार ने अपनी याचिका में मांग की है कि जल संकट को देखते हुए हरियाणा, यूपी और हिमाचल प्रदेश से एक महीने के लिए अतिरिक्त पानी मिले.
पड़ोसी राज्यों ने पानी की आपूर्ति कम कर दी है-केजरीवाल
इससे पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था की राजधानी के साथ सीमा साझा करने वाले राज्यों ने पानी की आपूर्ति कम कर दी है.
केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “अगर भाजपा अपनी हरियाणा और यूपी सरकारों से बात करके दिल्ली के लिए एक महीने तक कुछ पानी दिलवा दे तो दिल्ली की जनता भाजपा के इस कदम की बहुत सराहना करेगी. ऐसी भीषण गर्मी किसी के बस में नहीं है. लेकिन अगर हम सब मिलकर काम करें तो क्या हम लोगों को इससे राहत दिला सकते हैं?”
Delhi Water Crisis, दिल्ली सरकार ने उठाए कड़े कदम
दिल्ली में जल संकट गहराने के साथ ही दिल्ली सरकार ने कड़े कदम उठाने शुरु कर दिए थे. सरकार ने पानी की बर्बादी करने वाले किसी भी व्यक्ति पर 2,000 रुपये का जुर्माना लगाने और निर्माण स्थलों या व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर अवैध पानी के कनेक्शन को काटने का काम शुरु किया है.
पानी के लिए जंग लड़ते दिल्लीवासी
गर्मी से राहत न मिलने के कारण दिल्ली में जल संकट और भी गहरा गया है. हालत ये है कि दिल्ली वालों को अपनी खाली बाल्टियाँ लेकर पानी के टैंकरों की ओर भागना पड़ रहा है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, चाणक्यपुरी की विवेकानंद कॉलोनी में तो एक टैंकर पर बच्चे, पुरुष और महिलाएँ पानी के चढ़ नज़र आए.
उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी निवासी राहुल कुमार ने कहा कि उन्हें हर साल इसी तरह के संकट का सामना करना पड़ता है और हर साल “लोगों को एक-दूसरे से लड़ना पड़ता है”
उन्होंने कहा, “हर कोई पानी नहीं खरीद सकता. हमें पूरे दिन टैंकर का इंतजार करना पड़ता है और फिर पानी पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. इस गर्मी में यह कठिन है, लेकिन पानी मनुष्य के लिए सबसे बुनियादी चीज है.”
वहीं गीता कॉलोनी निवासी रूदल ने शिकायत की, “यह बहुत बड़ी समस्या बन गई है, सिर्फ़ एक टैंकर आता है और कॉलोनी बहुत बड़ी है. हमने सरकार को दो बार आवेदन लिखे हैं लेकिन गरीबों की कौन सुनता है? हमें पानी खरीदकर पीना पड़ता है. एक बोतल की कीमत 20 रुपए है.”