क्या सच में UP Lok Sabha Election 2024 में बीएसपी का गेम ओवर हो गया है? क्या बीएसपी के वोटर संविधान बचाने के नाम पर इंडिया गठबंधन को कर रहे है वोट? क्या इस बार बीएसपी को नहीं आएगी एक भी सीट? बीएसपी सुप्रीमों मायावती के मंगलवार (7 मई) को चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के दौरान पार्टी के नेशनल कोओर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी आकाश आनंद को सभी पदों से मुक्त करने के फैसले ने पार्टी के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए है. मायावती का आकाश आनंद को अपरिपक्व बताना ही इस बात का सबूत है कि बीएसपी 2024 का मैदान छोड़ चुकी है.
मायावती के फैसले पर अखिलेश ने कहा- अब बाज़ी बसपा के हाथ से निकल चुकी है
बुधवार को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट लिख कहा कि मायावती का गेम ऑवर हो गया है. अखिलेश यादव ने अपने लंबे पोस्ट में लिखा, “बसपा ने अपने संगठन में बड़े बदलाव का जो भी क़दम उठाया है वो उनकी पार्टी का आंतरिक विषय है. दरअसल इसके पीछे असली कारण ये है कि बसपा की एक भी सीट आती हुई नहीं दिख रही है क्योंकि बसपा के अधिकांश परंपरागत समर्थक भी इस बार संविधान और आरक्षण को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन को ही वोट दे रहे हैं. इस बात को बसपा अपने संगठन की विफलता के रूप में ले रही है. इसीलिए उनका शीर्ष नेतृत्व संगठन में इतना बड़ा फेर-बदल कर रहा है लेकिन अब बाज़ी बसपा के हाथ से निकल चुकी है.”
UP Lok Sabha Election 2024, एसपी और इंडिया को वोट करें बीएसपी वोटर-अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने बीएमसपी के समर्थकों से अपील की कि, “आप अपना वोट ख़राब न करें और जो बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर जी के संविधान को बचाने के लिए सामने से लड़ रहे हैं, इंडिया गठबंधन के उन प्रत्याशियों को वोट देकर जिताएं और संविधान के संग, आरक्षण भी बचाएं. “
मायावती ने भतीजे के पूर्ण परिपक्वता पाने तक सभी पदों से किया मुक्त
असल में मंगलावर को मायावती ने एक के बाद एक किए तीन पोस्ट में लिखा था कि पार्टी में नई पीढ़ी तैयार करने के लिए श्री आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है.
मायावती के इस पोस्ट को राजनीतिक पंडित बीएसपी का बीजेपी को सरेंडर मान रहे है और कह रहे है कि बहनजी ने 2024 के चुनाव में हथियार डाल दिए हैं.