शुक्रवार को अररिया की रैली के बाद मंच से उतरते तेजस्वी यादव Tejashwi Yadav को देख लगा कि उनके लिए लोकसभा चुनाव 2024 का सफर थम जाएगा. पार्टी कार्यकर्ताओं और सुरक्षाकर्मियों की मदद से मंच से किसी तरह उतर आरजेडी नेता गाड़ी में बैठे. बताया गया कि उनकी पीठ में बहुत दर्द है.
आरजेडी ने वीडियो सोशल मीडिया पर किया शेयर
वहीं तेजस्वी Tejashwi Yadav के चोटिल होने का वीडियो आरजेडी ने अपने एक्स अकाउंट पर शेयर कर लिखा, “फरवरी माह से शुरू हजारों किमी॰ सड़क मार्ग से जन विश्वास यात्रा एवं निरंतर दूसरी बार बिहार का दौरा करने के साथ-साथ इंडिया गठबंधन की पटना, मुंबई, दिल्ली, राँची की रैलियों में हिस्सा लेना तथा 3 अप्रैल से अब तक 97 चुनावी सभाओं को संबोधित कर चुके हमारे ज़ुनूनी नेता श्री तेजस्वी जी चोटिल है लेकिन फिर भी वो रुकने का नाम ही नहीं ले रहे है. राजद परिवार उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की मंगलकामना करता है.“
फरवरी माह से शुरू हजारों किमी॰ सड़क मार्ग से #जनविश्वासयात्रा एवं निरंतर दूसरी बार #बिहार का दौरा करने के साथ-साथ #india गठबंधन की पटना, मुंबई, दिल्ली, राँची की रैलियों में हिस्सा लेना तथा 3 अप्रैल से अब तक 97 चुनावी सभाओं को संबोधित कर चुके हमारे ज़ुनूनी नेता श्री तेजस्वी जी… pic.twitter.com/6K8wsJHbCY
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) May 3, 2024
अपने दर्द को लेकर Tejashwi Yadav ने भी लिखा पोस्ट
वहीं शुक्रवार रात ही तेजस्वी यादव ने भी अपने तकलीफ को लेकर पोस्ट लिखा. तेजस्वी ने अपनी तकलीफ के आगे बिहार के विकास और बेरोज़गार और गरीब लोगों की परेशानी को ज्यादा जरूरी बताया तेजस्वी ने अपने पोस्ट में महिलाओं से लेकर बच्चों तक और बेरोज़गारी से लेकर एनडीए के कुशासन पर वार किया.
महंगाई, बेरोजगार, नौकरी-रोजगार को लेकर तेजस्वी ने क्या कहा
तेजस्वी यादव ने अपने पोस्ट में लिखा, “महीनों से अलट-पलट वाली अथक सामाजिक राजनीतिक यात्रा रही है. आराम के अभाव एवं निरंतर यात्रा के कारण दो हफ़्ते से कमर में हल्का दर्द था, दो दिन से अचानक बढ़ गया. लेकिन मेरा ये दर्द बिहार के उन करोड़ों बेरोजगार युवाओं की तकलीफ़ के आगे कुछ भी नहीं है जो नौकरी-रोजगार की आस में बैठे हैं जिनके सपनों को विगत 10 वर्षों में धर्म की आड़ में कुचला गया है. मैं अपने दर्द को भूल जाता हूँ जब देखता हूँ कैसे गरीब माताओं-बहनों को महंगाई के कारण रसोई चलाने में भारी पीड़ा का अनुभव होता है. किसान भाइयों को सिंचाई के साधन व फसल का उचित दाम नहीं मिलने तथा संसाधनों के अभाव एवं रोजी-रोटी के लिए लाखों साथियों के पलायन का कष्ट देखता हूँ तो मुझे मेरा दर्द महसूस भी नहीं होता.“
छात्रों और बुज़र्गों सभी कि तकलीफ का किया जिक्र
तेजस्वी यादव ने बिहार में भ्रष्टाचार को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा, “ छात्र को पीड़ा हैं क्यूँकि उन्हें अच्छी पढ़ाई नहीं मिल पा रही। बिहार के मेरे बुज़र्गों की पीड़ा है कि उन्हें अच्छी दवाई नहीं मिल पा रही, थाना और ब्लॉक के भ्रष्टाचार से आमजन परेशान है. हर वर्ग को पीड़ा है क्यूँकि उनके अधिकार, उनका न्याय उन्हें नहीं मिल पा रहा है. मैं इन सबों की तकलीफ़ में अपने आप को सांझीदार मानता हूँ.“
एनडीए सरकार पर किया वार, कहा- लक्ष्य प्राप्त किए बिना रुकना मेरे खून में नहीं
तेजस्वी ने प्रदेश और देश की एनडीए सरकार को उखाड़ फेंकने को अपना लक्ष्य बताया और कहा कि लक्ष्य प्राप्त किए बिना रुकना मेरे खून में नहीं है, तेजस्वी ने लिखा, “बिहार में NDA सरकार से जनता त्रस्त है. ऐसे में यदि मैंने अपनी पीड़ा की चिंता की और ये कदम रुक गए तो फिर लोगों की उम्मीदें भी बुझ जाएगी तथा महंगाई, तानाशाही, अत्याचार और अन्याय की आग में बिहार झुलसता रहेगा. इसलिए मैंने तय किया है कि भले ही बाधा कितनी हो, भले ही दर्द कितना हो, रुकना नहीं है, झुकना नहीं है और थकना नहीं है. लक्ष्य की प्राप्ति तक चलते जाना है, बढ़ते जाना है, जीतते जाना है जिताते जाना है. लक्ष्य प्राप्त किए बिना रुकना मेरे खून में नहीं है.“