शंघाई, चीन : एक बार फिर तीरंदाज प्रियांश Priyansh ने अपनी तीरंदाजी का कमाल दिखाया है. चीन के शंघाई में हो रहे Archery World Cup Stage-1 में प्रियांश ने दो मेडल अपने नाम किये हैं. टीम इवेंट में प्रियांश ने अभिषेक वर्मा और प्रथमेश के साथ मिलकर खेलते हुए भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता. टीम इवेंट में भारत ने नीदरलैंड को मात दी. प्रियांश ने व्यक्तिगत स्पर्द्धा में रजत पदक हासिल किया. व्यक्तिगत स्पर्द्धा में प्रियांश का मुकाबला ऑस्ट्रिया के नीको वाइनर के साथ था.

Priyansh वर्ल्ड कप के तीसरे और चौथे स्टेज के लिए क्वालिफाई
Archery World Cup चार स्टेज में होता है. इसका पहला स्टेज चीन के शंघाई में खेला गया. दूसरा स्टेज दक्षिण कोरिया में खेला जाएगा. तीसरा स्टेज तुर्की में और Archery World Cup का चौथा स्टेज अमेरिका में होगा. शंघाई में मेडल जीतने के साथ ही प्रियांश Archery World Cup के तीसरे और चौथे स्टेज के लिए भी क्वालिफाई कर गया है. आने वाले Archery World Cup के अलग अलग दौर में प्रियांश को औऱ मेहनत करनी होगी ताकी व्यक्तिगत स्पर्द्धा में भी भारत के स्वर्ण पदक जीत सके.

बेगूसराय से प्रियांश का है गहरा जुड़ाव
प्रियांश 2023 का यूथ वर्ल्ड चैंपियन भी है जबकि 2022 में राष्ट्रीय चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया था. प्रियांश दिल्ली में रहता है और दिल्ली स्टेट के लिए खेलता है लेकिन बिहार के बेगूसराय से उसका गहरा नाता है. उसके पिता राकेश कुमार एक वरिष्ठ पत्रकार हैं जो बेगूसराय जिले के रहने वाले हैं. शंघाई में हो रहे Archery World Cup Stage-1 में प्रियांश की सफलता को देखते हुए बेगूसराय सर्वोदय नगर में रहने वाले उनके चाचा एडवोकेट संजय कुमार बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि दसवीं से प्रियांश ने तीरंदाजी सीखना शुरू किया था और बेहद कम समय में वो एक अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बन गया है. उन्हें गर्व है कि उनका भतीजा प्रियांश देश के लिए खेलता है.