चुनाव से ठीक पहले इंडिया गठबंधन का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थामने वाले आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी Jayant Chaudhry अब खुलकर अपने पुराने साथियों पर निशाना साध रहे है. एक तरफ जहां वो इंडिया गठबंधन के पास मुद्दों की कमी बता रहे है वहीं वो EVM को लेकर उनकी आशंकाओं का भी मज़ाक उड़ा रहे हैं.
EVM खराब है, यह इनके हारने के बहाने हैं- Jayant Chaudhry
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के मतदान के दिन बागपत में मौजूद RLD प्रमुख Jayant Chaudhry ने विपक्ष द्वारा EVM पर सवाल उठाए जाने पर कहा, “वे चुनाव क्यों लड़ रहे हैं?… वे एक नकारात्मक रवैया अपना रहे हैं… उनका कोई एजेंडा नहीं है, दूसरी ओर NDA एक स्पष्ट विज़न के साथ काम कर रही है… पहले से यह कहना कि EVM खराब है, यह इनके हारने के बहाने हैं…”
#WATCH बागपत, उत्तर प्रदेश: RLD प्रमुख जयंत चौधरी ने विपक्ष द्वारा EVM पर सवाल उठाए जाने पर कहा, “वे चुनाव क्यों लड़ रहे हैं?… वे एक नकारात्मक रवैया अपना रहे हैं… उनका कोई एजेंडा नहीं है, दूसरी ओर NDA एक स्पष्ट विज़न के साथ काम कर रही है… पहले से यह कहना कि EVM खराब है, यह… pic.twitter.com/9sAdBm6C1O
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 19, 2024
पहले चरण में आरएलडी की सीट बिजनौर में हुआ मतदान
एनडीए गठबंधन में आरएलडी को राज्य में मिली दो सीटों में से एक बिजनौर है जहां पहले चरण में वोट डाले गए. ऐसा कहा जा रहा है कि बिजनौर में रालोद प्रमुख जयंत चौधरी की इज्जत दाव पर लगी है. मुस्लिम दलित बहुल इस सीट पर आरजेडी ने गुर्जर, बसपा ने जाट और समाजवादी पार्टी ने ओबीसी प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं.
आरएलडी ने यहां मीरापुर विधायक चंदन चौहान को मैदान में उतारा है. तो बीएसपी ने अपने मौजूदा सांसद मलूक नागर का टिकट काट, जाट नेता चौधरी विजेंद्र सिंह पर दाव खेला है. वहीं एसपी ने ओबीसी उम्मीदवार यशवीर सिंह को मैदान में उतारा है.
बात अगर बिजनौर सीट पर समिकरण की करें तो यहां 4 लाख से 5 लाख के आसपास मुस्लिम वोटर हैं. जबकि तक़रीबन चार से साढे चार लाख के बीच दलित वोटर हैं. और डेढ़ से पौने दो लाख के करीब जाट वोटर हैं.