नोयडा : सांपों का जहर ड्रग के रुप में बेचने के आरोप में गिरफ्तार बिगबॉस फेम यूट्यूबर एल्विश यादव YouTuber Elvish Yadav को नोयडा की कोर्ट से जमानत मिल गई है. एल्विश यादव को 50-50 हजार के दो बेल ब़ॉंड पर अदालत ने जमानत दी है. एल्विश यादव की गिरफ्तारी के पांच दिन बाद आज नोयडा में NDPS के लोअर कोर्ट में एल्विश यादव की याचिका पर सुनवाई हुई, जिसमें उसे फिलहाल जमानत मिल गई है.
#WATCH | Noida: YouTuber and Bigg Boss OTT 2 winner Elvish Yadav's lawyer Prashant Rathi says, "The court has granted bail to him (Elvish Yadav) on two sureties of Rs 50,000 each…" pic.twitter.com/ffNromLhj5
— ANI (@ANI) March 22, 2024
Elvish Yadav को झूठे केस में फंसाया गया है- वकील
नोयडा NDPS कोर्ट में आज एल्विश यादव की तऱफ से वकील प्रशांत राठी कोर्ट में पेश हुए. यहां मीडिया से बात करते हुए प्रशांत राठी ने कहा कि एल्विश को झूठे केस में फंसाया गया है. . एल्विश के पास से NDPS एक्ट को तहत कोई भी समाग्री पुलिस को बरामद नहीं हुई है. राहुल नाम के जिस व्यक्ति के पास से सांपों का जहर मिला,उसे कोर्ट पहले ही जमानत दे चुकी है.
एल्विश यादव पर क्या है आरोप ?
यूट्यूबर एल्विश यादव को पुलिस ने नयोडा वेनम केस में 17 मार्च को गिऱप्तार किया था. एल्विश यादव पर आरोप है कि उसने प्रतिबंधित कोबरा सांप का जगह नशीले पदार्थ के रुप में रेव पार्टियों सप्लाई किया.ये काम एक गैंग न किया जिसका सरगना एल्विश यादव है. इसके अलावा एल्विश यादव पर नशीले पदार्थों के लिए फायनांस जुटाने का भी आरोप है. गिरफ्तारी के बाद एल्विश यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. लेकिन पांच दिन नोयडा के बक्सर जेल में रहने के बाद आज उसे 50-50 हजार के बेल बांड पर जमानत मिल गई है.
हिरासत में एल्विश यादव ने कबूला अपना जुर्म?
सूत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तारी के दौरान पूछताछ में एल्विश ने सांपो का जगह निकालने और उसे रेव पार्टियों मे सप्लाई करने का जुर्म कबूल भी लिया था. लेकिन फिर से अल्विश के माता पिता ने कोर झूठ बताया था. अल्विश के पित का कहना है उनका बेटा बेकसूर है और उसे झूठे मामले मे फंसाया जा रहा है.
Youtuber Elvish Yadav का क्या है पूरा मामला
य़ूट्यूबर एल्विस यादव पिछले साल उस समय मीडिया की सुर्खियो में छा गया था जब उसपर सांप का जहर निकाल कर नशे के रुप मे बेचने का आरोप लगा था और एल्विश समेत 9 लोगों के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था. पिछले साल नोयडा के ही सेक्टर 51 के एक गेस्ट हाउस सेवरोन बैंक्वेट हॉल से छापेमारी के दौरान 9 सांप मिले थे. जिसे लेकर एल्विश यादव और उसके साथियों पर आरोप लगा था कि वो इन सापों का जहर निकाल कर ड्रग के रुप में बड़ी बड़ी रेव पार्टयों (Rave Parties) में सप्लाई करता था. जांच में पाया गया कि गेस्टहाउस मे जो सांप मिले थे उनमें 5 कोबरा, एक अजगर और 2 दो मुंहवाले स्नेक और एक रेड स्नेक शामिल था.इन सांपों के वेनां ग्लैंड्स गायब थे. यानी जिस ग्लैंड मे सापो क जगह जमा रहता है वो वो ग्लैंड इन सांपों से निकाल लिये गये थे. इसी मामले में पुलिस ने पिछले साल एल्विश यादव के पांच साथियों को गिरफ्तार किया था.इन्हीं से पूछताछ के आधार पर नोयडा पुलिस ने एल्विश यादव को गिरप्तार किया था.
मेनका गांधी के संगठन ने उठाये महत्वपूर्ण सवाल
मामले की गंभीरता तब और बढ़ गई जब मेनका गांधी के संगठन पीपुलफॉर एनिमल ने इस मामले में सक्रियता दिखाई और एल्विश यादव ने पीएफए के दो लोगों को जान सा मारन की धमकी भी दी. पिछले साल से मेनका गांधी की संस्था पीएफए (पीपुल फॉर एनिमल) एल्विश यादव के खिलाफ अभियान चला रही है, और इसी संस्था की पहल पर एल्विस यादव और उसके साथियों की गिरफ्तारी हुई है.