बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के Floor Test बहुमत परीक्षण से पहले एक बयान आय़ा है, जिसने आशंकाओं के बाजार को गर्मा दिया है. विपक्षी पार्टी आरजेडी तो खेला होने का दावा कर ही रही है, इस बीच 4 विधायकों वाले जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) से मंत्री बने संतोष मांझी ने दावा किया है कि बिहार विधानसभा में जब नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के बहुमत परीक्षण के लिए वोटिंग होगी, तो विपक्षी के कई विधायक क्रॉस वोटिंग करेंगे. जीतन राम मांझी के बेटे और HAM के अध्यक्ष संतोष मांझी ने दावा किया कि नीतीश सरकार के समर्थन मे कम से कम 128 वोट पड़ेंगे. यानी बहुमत से कम से कम 6 ज्यादा .
Floor Test से पहले आरजेडी को संतोष सांझी का जवाब
संतोष मांझी ने कहा कि जो लोग खेला होने की रट लग रहे हैं उन्हें जागने की जरुरत है. बिहार की जनता ने उनके साथ कब का खेला कर दिया है. एनडीए उन्हें क्लीन बोल्ड कर चुकी है. अब कोई खेला नहीं होगा बल्कि महागठबंधन के लोग खेला तो छोडिये अपनी पार्टी को टूट से भी बचा नहीं पायेंगे. गठबंधन के कई विधायक क्रॉसवोटिंग करेंगे. वहीं जीतन राम मांझी ने भी शुक्रवार को एक स्टेटमेंट दिया. मांझी ने कहा कि उनके लिए कुर्सी कोई मायने नहीं रखती है. वो गरीबों पिछड़ों के लिए काम करना चाहते हैं और वही कर रहे हैं. कुर्सी के लालच मे किसी क धोखा नहीं दे सकते. एनडीए के साथ है साथ ही रहैंगे.
बिहार विधानसभा में दलगत स्थिति
बिहार की जेडीयू – बीजेपी सरकार बहुमत परीक्षण के केवल मात्र दो दिन दूर है. सोमवार यानी 12 फरवरी को जेडीयू -बीजेपी सरकार के बहुमत प्रदर्शन के लिए नीतीश कुमार विधानसभा में खड़े होंगे और अपना बहुत साबित करेंगे
किसके पास कितने विधायक
आपको बता दे कि कि बिहार में कुल विधानसभा के सीटों की संख्या 243 है. इसमे बहुमत के लिए 122 विधायकों का समर्थन जरुरी होता है. बिहार की राजनीतिक पार्टियों में सबसे ज्यादा सीट राष्ट्रीय जनता दल (RJD ) के पास 79, कांग्रेस के पास 16 विधायक, लेफ्ट के पास 19 विधायक हैं. इस तरह से महागठबंधन के पास कुल 114 विधायक है. वहीं एनडीए गठबंघन के पास 128 विधायक हैं जिसमे बीजेपी के पास 78,जेडीयू के पास 45, जीतम राम मांझी के पार्टी हम के पास 4, और एक निर्देलीय विधायक शामिल हैं.
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क्रॉस वोटिंग के दावे के साथ फिर आशंकाओं का बाजार गर्म
हालांकि वर्तमान परिस्थितियो में नीतीश कुमार एनडीए सरकार को बहुमत साबित करने में कोई दिक्कत नहीं आयेगी. एनडीए के पास बहुमत से कम से कम 6 विधायक ज्यादा है. लेकिन बार बार खेला होगा और क्रॉस वोटिंग जैस दावों के कारण आशंकाओं का बाजार गर्म हो जा रहा है. अब देखना है कि 12 फरवरी तक राजनीति में कोई और उफान आता है या नीतीश सरकार बहुमत साबित करके अपनी टर्म पूरा करते है.