नई दिल्ली : (न्यूज डेस्क) Jharkhand Floor Test झारखंड की जेएमएम सरकार के लिए आज की दिन बेहद अहम है. कथित जमीन घोटाला और मनलांड्रिंग केस में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद बनी चंपई सोरेन सरकार आज सुबह 10 बजे विधानसभा में बहुमत परीक्षण के लिए उतरेगी.
#WATCH | Jharkhand: JMM and Congress MLAs arrive at the Ranchi airport.
Floor Test of the new government of Jharkhand is likely to be held in the Assembly tomorrow. pic.twitter.com/dhNrXVBXAT
— ANI (@ANI) February 4, 2024
Jharkhand Floor Test के लिए सुबह 10 बजे का समय तय
Jharkhand Floor Test के लिए सुबह 10 बजे का समय दिया गया है. इस बीच हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से डरी जेएमएम ने हार्स ट्रेडिंग से अपने विधायकों को बचाने के लिए अपने सभी विधायकों को रांची से बाहर हैदराबाद भेज दिया था. अब बहुमत परिक्षण Floor Test से ठीक पहले सभी विधायकों को स्पेशल चार्टर्ड प्लेन से रविवार शाम हैदराबाद से वापस रांची ले आया गया है.सभी 36 विधायक स्पेशल चार्टर्ड विमान से हैदराबाद से रांची पहुंचे और एहतियात के तौर पर इन सभी विधायकों को रविवार शाम ही एयरपोर्ट से सीधे रांची के सरकारी सर्किट हाउस में पहुंचा दिया गया है.
कितना मुश्किल है चंपई सोरेन के लिए बहुमत परीक्षण ?
JMM की चंपई सोरेन के नेतृत्व में बनी सरकार बहुमत परीक्षण के लिए आज अपने विधायकों का समर्थन विधानसभा में पेश करेगी. इसके लिए सदन में वोटिंग होगी. झाऱखंड के वर्तामन सियासी समीकरण के मुताबिक 81 सीटों वाले विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा जेएमएम के साथ है. विधानसभा में कुल सीटों की संख्या 81 है,जिसमें एक सीट खाली है. इसलिए बहुमत के लिए जरुरी आंकड़ा 41 विधायकों का समर्थन है. जेएमएम ने सरकार बनाते हुए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को 47 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा था. अगर कोई राजनीतिक समीकरण में फेर बदल नहीं होता है तो यानी कि अभी तक की स्थिति के मुताबिक जेएमएम के लिए बहुमत परीक्षण पास करना मुश्किल नहीं होगा.
ये भी पढ़े :- Jharkhand Majority Test : सोमवार सुबह 10 बजे जेएमएम सरकार का बहुमत परीक्षण,क्या पास…
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन बने झारखंड के 12वें सीएम
झाऱखंड के कथित जमीन घोटाला और कथित तौर पर मनिलांड्रिंग में संलिप्तता पाये जाने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 31 जनवरी को झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था.गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए चंपई सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का नेता नियुक्त कर दिया था. 43 विधायकों के समर्थन पत्र के साथ चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को प्रदेश के 12वें सीएम के तौर पर शपथ लिया. चंपई सोरेन के साथ दो और विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी.