पटना : महागठबंधन को छोड़ एनडीए के साथ सरकार बनाने के बाद राज्य में अलग अलग स्तर पर बदलाव का क्रम जारी है.इसी क्रम में New Nitish Government ने शुक्रवार को एक आदेश जारी करते हुए सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों को हटाने का निर्देश जारी किया.अब राज्य के हर जिले में नये नये सिरे प्रभारी मंत्रियों को रखा जायेगा. इसके साथ ही सरकार ने एक और आदेश पारित किया, जिसमें राज्य के हर जिले में 20 सूत्रीय कार्यक्रम के लिए बनाई गई सभी समितियों को भंग कर दिया गया है

New Nitish Government में सभी जिलों के बदलेंगे प्रभारी मंत्री
सीएम मुख्यालय से जारी आदेश के मुताबिक सरकार ने सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों के मनोनयन को रद्द करने के आदेश दिये हैं. सरकार ने इसके बारे मे अधिसूचना भी जारी कर दी है.राज्य में अब बदली परिस्थितों में ये अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदेश के सभी 38 जिलों मे बीजेपी और संगठन से जुड़े लोगों को पदों पर नियुक्ति में प्राथमिकता मिलेगी. सरकार की तरफ से जारी आदेश पत्र में कहा गया है कि सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों के मनोनयन को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है .
20 सूत्री कार्यक्रम के लिए नये सिरे होगा समिति का गठन
सरकार ने सूचना जारी कर दी है कि राज्य के सभी 38 जिलों में अब नये सिरे से 20 सूत्रीय कार्यक्रम के लिए समितियों का गठन होगा, जिसमें बीजेपी -जेडीयू के लोगों के मौका मिलेगा. पिछली सरकार में 20 सूत्रीय कार्यक्रम के लिए बनाई गई समितियों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर आरजेडी का दबदबा था.
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मंत्रिमंडल विस्तार में देरी से गठबंधन में शुरु हुई तकरार
एक तऱफ नीतीश कुमार बिहार में जिला स्तर पर संगठनों के पुनर्गठन में लगे हैं, दूसरी और शपथ ग्रहण के 5 दिन बाद भी कैबिनेट में विभागों का बंटबारा ना होने से हलचल मची हुई है. हम पार्टी के नेता जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को सवाल उठाया कि गठबंधन में उनके साथ ठीक नहीं हो रहा है. वो दूसरे गठबंधन द्वारा मुख्यमंत्री पद का ऑफर छोड़कर आये और उनके साथ अब अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा है. मांझी ने आरोप लगाया कि एक निर्दलीय विधायक को मंत्री पद मिलने वाला है और वो भी उन्हें मनचाहा मंत्रिमंडल देने पर विचार हो रहा है ,वहीं मैंने केवल 2 मंत्रीपद मांगा था लेकिन उन्हें केवल एक ही दिया गया है. जीतन राम मांझी के इस बयान को बिहार में एक और हलचल की दस्तक के रुप में देखा जा रहा है.