भारतीय मूल की Akshita Thakur ने बढ़ाया देश का मान , संयुक्त राष्ट्र कॉन्फ्रेंस में अमेरिका का किया प्रतिनिधित्व

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Akshita Thakur US
Akshita Thakur US

नई दिल्ली ( न्यूज डेस्क) भारतीय मूल की अमेरिकी छात्रा अक्षिता ठाकुर Akshita Thakur ने विश्वमंच पर भारत देश का नाम रौशन किया है. अक्षिता मूल रुप से राजस्थान के कोटा की रहने वाली हैं. फिलहाल अमेरिका मे अपने माता पिता के साथ रहती है और अमेरिका में 9वीं की छात्रा हैं.

Akshita Thakaur UNO
Akshita Thakaur UNO

Akshita Thakur ने संयुक्त राष्ट्र में किया अमेरिका का प्रतिनिधित्व  

अक्षिता ठाकुर ने संयुक्त राष्ट्र में जयवायु परिवर्तन पर हुए कांफ्रेंस में अमेरिका का प्रतिनिधित्व किया .चेक रिपब्लिक की राजधानी प्राग में संयुक्त राष्ट्र ने क्लाइमेट चेंज पर एक कांफ्रेंस आयोजित किया था. इस कांफ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका के स्कूलों से बच्चों को आमंत्रित किया गया था. प्राग में ये कांफ्रेंस 17 से लेकर 21 जनवरी तक चला. इंटरनेशनल यूनाइटेड नेशन्स कॉन्फ्रेंस में क्लाइमेट चेंज से जुड़े सब्जेक्ट पर अक्षिता ने अमेरिका का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने विचार रखे और उसके विचार को खूब पसंद किया गया. आपको बता दें कि इंटरनेशनल यूनाइटेड नेशन्स कॉन्फ्रेंस के लिए पूरे अमेरिका से केवल 16 बच्चो का चुनाव हुआ, जिसमें भारतीय मूल की अक्षिता भी एक थी.

Akshita Thakur US
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400 छात्रों में से केवल 16 बच्चों का हुआ चुनाव

यूनाइडेट नेशन में जयवायु परिवर्तन पर होने वाले कांफ्रेंस के लिए पूरे अमेरिका से 400 बच्चे चुने गये. इन 400 बच्चों में 9वीं से लेकर 12वीं तक के छात्रों के शामिल किया गया था. इनमें से 22 बच्चे शार्टलिस्ट किये गये और आखिरी मे केवल 16 बच्चों का चयन संयुक्त राष्ट्र के मंच पर बोलने के लिए हुआ.अक्षिता ठाकुर इन 16 बच्चों में से एक थी. अक्षिता मे जब संयुक्त राष्ट्र कांफ्रेंस मे बोलना  शुरु किया तो सभी सांस रोककर उसे सुनते नजर आये, और भाषण के खत्म होते ही सभी ने उसे ध्वनीमत से पारित किया.

कई राउंड की प्रक्रिया के बाद UNO में जाने का मिला मौका 

यूनाइटेड नेशन के मंच पर बोलने के लिए चुना जाना अक्षिता ठाकुर के लिए आसान नहीं था. चयन प्रक्रिया में कई चरणों  थे. जिसमें प्रेंजेंटेशन, भाषण , ग्रुप डिस्कशन और इंटव्यू शामिल था. इन प्रक्रियाओं के दौरान विश्व की मौजूदा परिस्थिति और युद्ध से उपजे हालात और जलवायु पर इनका प्रभाव विषय पर राय मांग गई. अक्षिता ने अपनी युवा सोच के मुताबिक अपने विचार रखे , जिसे लोगों ने खूब पंसद किया. अक्षिता मे यूनाइडेट नेशन के मंच पर एक प्रगितशील और कुश मिजाज  युवा प्रतीभा के रुप में अपनी पहचान बनाई

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अक्षिता के माता पिता अमेरिका में करते हैं जॉब   

वैसे तो अक्षिता का मूल परिवार राजस्थान के कोटा का रहने वाला है लेकिन  इस समय अमेरिका के शहर कैथूनीपोल में रहता है. अक्षिता के पिता अक्षय ठाकुर और मां रितू ठाकुर अमेरिकी शहर न्यू जर्सी में काम करते हैं और अक्षिता भी वहीं 9 कक्षा में पढ़ाई कर रही है.