असम:राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा Bharat Jodo Nyay Yatra छठे दिन असम से गुजर रही है. इन 6 दिनों में राहुल गांधी ने मणिपुर और नागालैंड समेत असम के कई हिस्सों में लोगों से यात्रा के माध्यम से संपर्क किया. कांग्रेसी नेताओं के मुताबिक राहुल गांधी की न्याय यात्रा ने इन 6 दिनों के भीतर ही हजारों लोगों के माध्यम से समूचे राज्य में एक मजबूत पहुंच बनाई है.पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जय राम रमेश कहते हैं कि जिस तरह नॉर्थ ईस्ट में लोगों ने राहुल गांधी की न्याय यात्रा का समर्थन किया है. उससे उनकी यात्रा को बड़ा बूस्टर भी मिला है.
Bharat Jodo Nyay Yatra को नार्थ ईस्ट में मिल रहा समर्थन
राहुल की यात्रा को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं इस बात पर भी हो रही है कि क्या राम मंदिर के उद्घोष के बीच में भारत जोड़ो यात्रा फीकी पड़ गई है या कांग्रेस पार्टी ने इसे अपना बूस्टर मानते हुए हिंदी भाषा राज्यों के साथ-साथ ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्यों में मजबूत टाइमिंग के साथ एंट्री की योजना बनाई है.सियासी जानकारों का कहना है कि न्याय यात्रा की टाइमिंग सियासी नजरिया से बिल्कुल सटीक है.पार्टी के नेता जयराम रमेश कहते हैं कि राहुल गांधी की यात्रा से जिस तरह से लोग जुड़ रहे हैं वो अभूतपूर्व है.उनकी यात्रा को नार्थ ईस्ट में जितना समर्थन मिल रहा है, उतना किसी सियासी दल को नहीं मिला होगा.राहुल गांधी की इस यात्रा में हर वर्ग के लोग उनसे आकर मिल रहे हैं.
बीजेपी भारत जोड़ो न्याय यात्रा से घबराई
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने असम के मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधा.राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर असम में एक एफआईआर दर्ज हुई है. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कहते हैं कि जिस तरीके से राहुल गांधी की यात्रा के रूट को लेकर एफआईआर दर्ज हुई है.उस से पता चलता है कि भाजपा शासित राज्य उनकी यात्रा से घबराकर परेशानियां पैदा करना चाह रहे हैं.जयराम रमेश कहते हैं कि असम के मुख्यमंत्री भारत जोड़ो न्याय यात्रा से इतना घबराए है कि वह हर तरह की साजिश कर रहे हैं. इसका कोई असर नहीं पढ़ने वाला,बल्कि इन तरीकों की साजिशों से तो भाजपा शासित राज्य और मुख्यमंत्री बेनकाब हो रहे हैं.राम मंदिर के शुभारंभ के बाद ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पश्चिम बंगाल जैसे राज्य में एंट्री करने वाली है. उसके बाद अन्य हिंदी भाषा और ज्यादा सींटो वाले राज्यों से गुजरते हुए महाराष्ट्र पहुंचेगी. उनका कहना है कि यह एक सधी हुई सियासी राजनीति का हिस्सा भी है.