दिल्ली:लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने सीट शेयरिंग Seat Sharing का फॉर्मूला तैयार कर लिया है. पार्टी 291 सीटों पर खुद के दम पर चुनाव लड़ने का प्लान बना रही है. इसके साथ ही गठबंधन के प्रभाव वाले राज्यों में भी उम्मीदवार उतारेगी. इससे पहले कांग्रेस ने गठबंधन कमेटी की एक मैराथन बैठक की थी और सीट बंटवारे का फॉर्मूला निकाला था.कांग्रेस गठबंधन वाले 9 राज्यों की 85 सीटें I.N.D.I.A ब्लॉक से मांगेगी.
Seat Sharing : कांग्रेस इन सीटों पर अकेले लड़ेगी चुनाव
पूर्वोत्तर के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 20 सीटें जिनमें आंध्र प्रदेश, असम, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान की सभी और तेलंगाना-उत्तराखंड की 22 सीट रहेंगी.2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 375 से ज्यादा सीटों पर उतरेगी.कांग्रेस ने 2014 के चुनाव में 464 और 2019 में 421 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे.आंकड़ों की बात करें तो 2014 में 224 तो 2019 चुनाव में 209 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे थे.कांग्रेस गठबंधन के प्रभाव वाले राज्यों में 85 से अधिक सीटों पर दावा करेगी.
2014 के विधानसभा चुनावों के आधार पर सीटों की होगी डिमांड
कमेटी की बैठक में बिहार, बंगाल, झारखंड, दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल के नेताओं से कहा है कि I.N.D.I.A ब्लॉक में सीट शेयरिंग पर अंतिम फैसला लोकसभा की तस्वीर को ध्यान में रखकर किया जाएगा.कांग्रेस ने गठबंधन दलों के साथ तालमेल के लिए कुछ मानक तय किए हैं.इसके मुताबिक, जिन संसदीय सीटों पर पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी दूसरे स्थान पर थे, उन पर समझौता नहीं होगा. दो संसदीय और 2014 के बाद हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों के आधार पर पार्टी सीटें मांगेगी.
14 जनवरी से पहले सीटों का बंटवारा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जनवरी के पहले हफ्ते में I.N.D.I.A के बाकी नेताओं के साथ बातचीत के लिए अपना प्रतिनिधि तय करेंगे.नेशनल कमेटी अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को देगी.खड़गे ने 4 जनवरी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं की बैठक बुलाई है. पार्टी की चुनाव घोषणा पत्र समिति की बैठक भी उसी दिन होगी. सीटों का बंटवारा राहुल गांधी की 14 जनवरी से शुरू होने वाली भारत न्याय यात्रा से पहले किया जाएगा.