मोहाली एमएमस कांड को लेकर पूरे देश में हड़कंप मचा है.सब यही कह रहे हैं कि पता नहीं ये खेल कब से चल रहा था,पता नहीं कितनी लड़कियों के वीडियो आरोपियों के हाथों में जा चुकी है, पता नहीं कितने वीडियो वेबसाइट के हवाले कर दिये गये हैं. सवाल कई हैं लेकिन जवाब एक भी नहीं है. इसी जवाब को पाने की कोशिश में पंजाब पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया और अदालत से आरोपियों का 10 दिन का रिमांड मांगा. अदालत ने 7 दिन की पुलिस रिमांड मंजूर कर ली.
पुलिस ने अदालत को बताया कि हमें लैपटॉप और पेन ड्राइव बरामद करनी है. और वो वीडियो भी बरामद करनी है जो इन लोगों ने आगे भेजी हुई है. इसमें लड़की और दोनों लड़के शामिल हैं जिनके नाम रनजित और सनी हैं. पुलिस ने अदालत से कहा कि इन तीनों दोषियों को जिनमें लड़की और दोनों लड़के शामिल हैं, को शिमला भी ले जाया जाएगा जहां से वीडियो के साथ कुछ और साक्ष्य बरामद करने हैं.
बचाव पक्ष के वकील संदीप शर्मा ने बताया कि दो वीडियो बनी थी एक आरोपी लड़की की थी और दूसरी किसी और लड़की की . वकील संदीप शर्मा ने बताया कि पुलिस की तरफ से 10 दिन का पुलिस रिमांड मांगा गया था लेकिन अदालत की तरफ से 7 दिन का पुलिस रिमांड दिया गया है. संदीप शर्मा ने यह भी बताया कि लड़की को फंसाया गया है. लड़का उससे जबर्दस्ती यह काम ब्लैकमेल करके करवा रहा था. अब देखना होगा कि 7 दिन के पुलिस रिमांड में पुलिस और क्या-क्या खुलासे करती है जिसके कारण पूरी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का नाम बदनाम हुआ है.