कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में अंधविश्वास Superstition का एक अनोखा मामला देखने को मिला. दरअसल 20 नवम्बर को सांप के काटने से एक किसान की मौत हो गई थी. 21 नवम्बर को उसके शव का पोस्टमॉर्टम होना था. तभी किसान का भाई और बेटा एक तांत्रिक को पोस्टमॉर्टम हाउस लेकर पहुंच गए क्योंकि तांत्रिक ने दावा किया कि वह किसान को जिंदा कर देगा.
Superstition के चक्कर में दो घन्टे किए बर्बाद
तंत्र मंत्र का नज़ारा देखने पोस्टमॉर्टम हाउस में बारी भीड़ जमा हो गई थी. मृतक किसान का बेटा अंकित और भाई शिवनाथ जब एक तांत्रिक को लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे तो पोस्टमॉर्टम हाउस का माहौल ही बदल गया. तांत्रिक का कहना था कि मैं सांप के काटे हुए लोगों को जिंदा कर देता हूं. तांत्रिक फूल और अगरबत्ती लेकर तंत्र-मंत्र करना शुरू कर दिया. इसके बाद गहरी साधना की बात कह कर शव के बगल में लेट गया. इसी गहरी साधना में तांत्रिक ने 2 घण्टे गुजार दिए. दो घंटे तक उसकी साधना चलती रही. पोस्टमॉर्टम हाउस में तंत्र-मंत्र देखकर नज़ारा लेने के लिए भीड़ जमा होने लगी. तब पुलिस ने बहुत देर ये तमाशा देखने के बाद परिवारवालों की मदद से तांत्रिक को शव के बगल से उठाया. शव उठाने के बाद तांत्रिक को बाहर का रास्ता दिखा दिया.
परिवार का CHC पर आरोप
रामबाबू किसान थे और सोमवार को खेतों में पानी लगा रहे थे. इसी दौरान उन्हें एक सांप ने काट लिया. परिजन रामबाबू को CHC ले गए. हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. सांप का जहर पूरे शरीर में फैल चुका था. मंगलवार को रामबाबू के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया. पुलिस ने किसान के शव का पंचनामा कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया. शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया. किसान रामबाबू के परिजनों का आरोप है कि सीएचसी में एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन नहीं था. यदि समय रहते इंजेक्शन मिल जाता तो रामबाबू की जान बच सकती थी.