मुजफ्फरपुर: बिहार में छठ महापर्व की आज से शुरुआत हो गई है . इस साल मुजफ्फरपुर जेल प्रशासन ने जेल में ही छठ पूजा Chhath Puja in के लिए खास इंतजाम किये हैं. जेल प्रशासन ने उन कैदियों को लिए छठ पूजा करने के प्रबंध किये है जो लंबे समय के लिए जेल में बंद हैं. इस बार जेल में रह रहे 126 कैदियों ने छठ पूजा करने के लिए जेल प्रशासन से अनुमति मांगी थी, जिसे देखते हुए जेल प्रशासन ने जेल परिसर के अंदर ही पोखर बना कर छठ पूजा के लिए प्रबंध किया है.बता दें कि छठ व्रत करने वाले 126 कैदियों में 64 महिला और 62 पुरुष कैदी हैं .
व्रतियो को जेल प्रशासन की तरफ से पूजन की सारी सामग्री उपलब्ध कराई गई है.महिलाओं और उनके बच्चों को इस मौके पर नए कपड़े मुहैया कराए गए हैं.पुरुषों को रंग-बिरंगी धोती और गमछा प्रदान किया गया.
Chhath Puja के लिए किए गए है ये इंतज़ाम
जेल के अंदर पूजा में इस्तेमाल होने वाले सूप, दौरा और पूजा से संबंधित सभी सामग्री भी उपलब्ध कराई गई हैं.कारागार में स्थित तालाब में घाट का रंग रोगन और साफ-सफाई भी की गई है. घाट को लाइट और रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया है.जेल प्रशासन की तरफ से प्रयास यह है कि बंदी जैसे घर में अपना छठ व्रत करते हैं, उसी तरह का माहौल यहां भी उनको दिया जाये.जिससे उनको छठ का व्रत करने में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो.
अर्घ्य देने के लिए कारगर के अंदर ही पोखर तैयार किया गया है. इसके लिए खास तौर से जेल अधिकारियों की ओर से सजावट की गई है. अर्घ्य के लिए घाट को खास तौर से सजाया गया है. यहां छठ मईया के गीत के साथ भव्य रोशनी की व्यवस्था भी की गई है.छठ को लेकर कैदियों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है.
सूर्योपासना
छठ पूजा के दौरान साफ सफाई का खास ध्यान रखा जाता है. मुजफ्फरपुर जेल में भी छठ को लेकर साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.सूर्योपासना के इस महान पर्व में आम से लेकर खास लोगों तक की सहभागिता दिखी .कैदियों द्वारा किए जा रहे छठ पर्व को लेकर अन्य कैदियों में भी छठ मइया के प्रति विशेष आस्था नजर आ रही है .छठ पूजा 4 दिन तक चलने वाला उत्सव है , जो केवल बिहार ही नहीं उत्तर प्रदेश , दिल्ली समेत देश के खई हिस्सों में बसे बिहार के लोग मनाते हैं. छठ पूजा को मन्नतों का त्योहार भी माना जाता है. आस्था है ही इस व्रत को करने वाले की कामना सूर्य देव जरुर पूरी करते हैं.आम धारणा ये भी है कि जो लोग इस मौके पर सूर्यदेव को अर्ध्य भी देते हैं , उन भक्तों की इच्छाएं पूरी होती हैं.