9 से 11 नवंबर तक होने वाले अयोध्या के सातवें दीपोत्सव में उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के कलाकार देश की सांस्कृतिक समृद्धि का प्रदर्शन करेंगे.
लुप्त होता धोबिया और फरुआही नृत्य भी देखने को मिलेगा
अवधपुरी का मंच केरल की कथकली से लेकर गुजराती गरबा तक विभिन्न प्रकार की कलाओं का प्रदर्शन करने वाले कलाकारों की मेजबानी करेगा, साथ ही वैश्विक दर्शकों को छऊ पारंपरिक नृत्य से भी परिचित कराएगा.
एक अधिकारी ने कहा, ”9 से 11 नवंबर तक राम की अयोध्या में भरत कुंड, गुप्तार घाट, बिड़ला धर्मशाला, रामघाट, रामकथा पार्क में भारत की संस्कृति का प्रदर्शन किया जाएगा.”
अधिकारियों के मुताबिक दीपोत्सव की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं. अयोध्या का दीपोत्सव एक बार फिर वैश्विक मंच पर अपने अद्वितीय आध्यात्मिक महत्व को प्रदर्शित करने के लिए तैयार है.
दीपोत्सव एक ऐसा मंच भी होगा जिसे धोबिया और फरुआही नृत्य शैलियों में विशेषज्ञता रखने वाले ग्रामीण कलाकारों तक बढ़ाया जा रहा है, जो लुप्त होने के कगार पर थे. इसके अलावा, इस कार्यक्रम में राम की पवित्र नगरी अयोध्या में मनमोहक ब्रज पारंपरिक नृत्य भी दिखाया जाएगा.
इस वर्ष दीपोत्सव पर 21 लाख दिए जलाए जाएंगे- आचार्य सत्येन्द्र
अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम पर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, “… कुछ वर्षों से खुद मुख्यमंत्री द्वारा दीपोत्सव का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इस वर्ष दीपोत्सव पर 21 लाख दिए जलाए जाएंगे… सभी मंदिरों के लोग भी अपने-अपने मंदिरों में दीपोत्सव मनाएंगे. इस बार का दीपोत्सव पिछले कई दीपोत्सवों के रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा है… ”
#WATCH उत्तर प्रदेश: अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम पर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, “… कुछ वर्षों से खुद मुख्यमंत्री द्वारा दीपोत्सव का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस वर्ष दीपोत्सव पर 21 लाख दिए जलाए जाएंगे… सभी मंदिरों के लोग भी अपने-अपने मंदिरों… pic.twitter.com/FvPKQl1i0H
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 10, 2023
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