दुनिया में भारत का परचम लहराने वाले नीरज चोपड़ा ने फिर एक बार भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई. ऐसा कर फिर एक बार गोल्डन बॉय का खिताब हासिल किया. जी हाँ विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जेवलिन थ्रो इवेंट के फाइनल में भारत के नीरज चोपड़ा ने ऐतिहासिक गोल्ड मैडल अपने और अपने देश के नाम किया. वहीं इस दौड़ में भारत का पडोसी मुल्क पाकिस्तान ने भी जीत दर्ज कर सिल्वर मैडल हासिल किया. पाकिस्तान के अरशद नदीम दूसरे स्थान पर रहे.
जहां नीरज ने अपने पहले राउंड में फाउल. दूसरे राउंड में 88.17 मीटर थ्रो के साथ गोल्ड अपने नाम किया. वहीं नदीम ने इस बार का सबसे बहतरीन प्रदर्शन करते हुए 87.82 मीटर का थ्रो किया. वर्ल्ड चैंपियनशिप में दोनों देशों की जीत को लेकर नया बवाल शुरू हो गया. जहां पाकिस्तानी क्रिकेटर वसीम अकरम ने सोशल मीडिया पर नदीम की तारीफ में कुछ ऐसा कह दिया. जिससे सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया है.
दरअसल अकरम ने नदीम को मिलने वाली सरकार सुविधाओं में कमी को लेकर बयान दिया. वसीम अक्रम ने कहा नदीम का सिलवर मैडल को नीरज के गोल्ड से भी ज्यादा कीमती बता दिया. अकरम ने कहा कि कुछ मायनों में यह रजत पदक ‘सोने से अधिक मूल्यवान’ है क्योंकि नदीम को अपने साथी शीर्ष एथलीटों के समान सुविधाएं नहीं मिलती हैं.
वसीम अकरम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर लिखा- अरशद आपको सलाम. पूरा पाकिस्तान विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में आपके रजत पदक का जश्न मना रहा है. जो एक स्वर्ण से भी अधिक कीमती है. मैंने ऐसा क्यों कहा कि यह एक स्वर्ण से अधिक मूल्यवान है? इसलिए क्योंकि आपको अन्य एथलीटों को मिलने वाली शीर्ष स्तर की सुविधाएं नहीं मिलती हैं, लेकिन आपने फिर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. बहुत खुशी की बात है कि हम क्रिकेट के अलावा अन्य क्षेत्रों में उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं.
हालांकि, अकरम का यह बयान कुछ फैंस को पसंद नहीं आया. लोगों ने अकरम की क्लास लगा दी अब्दुल कादर नाम के एक यूजर ने लिखा- अगर पाकिस्तान सरकार ऐसा करने में विफल रही है. तो वसीम अकरम खुद क्यों नहीं अरशद नदीम या उनके जैसे प्रतिभाशाली युवाओं को ट्रेनिंग की सुविधाएं दे रहे हैं? वसीम अकरम खुद पाकिस्तान में काफी अमीर और अच्छे घर से आते हैं. वह एथलीट्स की आसानी से मदद कर सकते हैं.
एक अन्य यूजर ने लिखा- आप खुद सरकार से उन्हें सुविधा मुहैया कराने के लिए क्यों नहीं बात करते हैं? क्यों दूसरों के धन दौलत पर नजर डालना? लेक्चर देने के अलावा आप खुद क्यों नहीं स्पॉन्सर कर देते?
वहीं एक यूजर ने लिखा- अकरम को जलन है कि भारत गोल्ड जीत गया. लेकिन वह तो गोल्ड नहीं जीत पाए. जब नीरज ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण जीता था, उससे पहले उनके पास भी अच्छी सुविधाएं नहीं थीं. यह सिर्फ सुविधा मुहैया कराने को लेकर नहीं है.
तो इसे कहते हैं सिर मुंडवाते ही ओले पड़ना अकरम साहब चले तो थे. पाकिस्तान की अवाम से तारीफें बटोरने लेकिन पाकिस्तान की अवाम ने ही उन्हें नैतिकता का पथ पढ़ा दिया. भारत के लिए विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप कई मायनों में खास रहा. जेवलिन थ्रो में नीरज के गोल्ड के अलावा भारत के कुल तीन खिलाड़ी टॉप छह में जगह बनाने में कामयाब रहे थे. किशोर जेना 84.77 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ पांचवें और डीपी मनु 84.14 मीटर के थ्रो के साथ छठे स्थान पर रहे थे.
किशोर का यह पर्सनल बेस्ट थ्रो भी रहा था. इससे पहले कभी किसी विश्व चैंपियनशिप में भारत के तीन खिलाड़ी टॉप आठ में एकसाथ जगह नहीं बना पाए थे. पाकिस्तान के अरशद कॉमनवेल्थ गेम्स में चैंपियन रह चुके हैं. उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में भी सिल्वर मैडल हासिल किया. वहीं, चैंपियनशिप के तीसरे विजेता चेक रिपब्लिक के जाकुब वेदलेच ने ब्रोंज मैडल हासिल किया.