नई दिल्ली मणिपुर हिंसा और पूरे देश को शर्मसार कर देने वाली घटना को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी एलांयस INDIA के अविश्वास प्रस्ताव (NOConfidenceMotion) पर पिछले दो दिन से चर्चा हो रही है. आज संसद में अविश्वास प्रस्ताव (NOConfidenceMotion) पर चर्चा का तीसरा और आखिरी दिन है. आज शाम 4 बजे पीएम मोदी लोकसभा में बोलेंगे.इसके बाद वोटिंग हो सकती है. बहुमत के लिए सदन में मौजूद सदस्यों की संख्या कम से कम 50 प्रतिशत से 1 अधिक होनी चाहिये. हलांकि ये विपक्ष को भी मालूम है कि संख्याबल में वे सत्ता पक्ष के सामने नहीं ठहरते हैं.
लोकसभा में संख्याबल
आपको बता दें कि लोकसभा में कुछ 543 सदस्यों में बीजेपी के 303 सांसद हैं, सहयोगी (NDA) को मिलाकर ये संख्या 333 पहुंच जाती है. साथ ही अब आंध्र प्रदेश की जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वायएसआर कांग्रेस (22), बीजेडी(12) और टीडीपी(3) का भी समर्थन मोदी सरकार को प्राप्त है . वहीं विपक्ष में कुल सासंदों की संख्या मात्र 143 है, इसमें 51 कांग्रेस और बाकी सहयोगी INDIA एलांयस के सदस्यों की है.
विपक्ष ने पहले ही साफ कर दिया कि अविश्वास प्रस्ताव लाने का उनका उद्देश्य बहुमत जताना नहीं बल्कि मणिपुर को लेकर पीएम मोदी का मौन तोड़ना है.
प्रधानमंत्री मणिपुर पर बोलेंगे, कौन से राज खोलेंगे ?
विपक्ष ने पहले दिन ही अविश्वास प्रस्ताव रखने के साथ ये बता दिया था कि सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के मकसद इस मुद्दे पर पीएम मोदी का मौन व्रत तोड़ना है. अब सभी लोगों की नजर इस बात पर है कि पीएम मोदी आज जब संसद मे बोलेंगे तो उनके निशाने पर कौन होगा ? 80 दिन तक लगातार मणिपुर के मुद्दे पर चुप्पी ऱखने के बाद पीएम मोदी वो कौन सी बात कहैंगे जिससे मणिपुर के जख्मों पर महरम लगेगा.
मोदी सरकार के खिलाफ दूसरा अविश्वास प्रस्ताव
केंद्र में बहुमत वाली मोदी सरकार के साढ़े 9 साल के कार्यकाल में ये दूसरा मौका है जब विपक्ष सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है. इससे पहले मोदी मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव तेलगु देशम पार्टी (TDP) 2018 में लेकर आई थी. पिछली बार मोदी सरकार को 12 घंटे की बहस के बाद वोटिंग में 325 नोट मिले थे वहीं विपक्ष को 126 वोट मिले थे.