लखनऊ : 2024 लोकसभा चुनाव सामने है और अभी से टिकटों को लेकर घमासान शुरू हो गया है.उत्तर प्रदेश में बीजेपी आलाकमान सख्त फैसला लेने की तैयारी में है. माना जा रहा है कि यूपी में लगभग एक चौथाई सांसदों MP को टिकट कट सकते हैं. मतलब एक चौथाई सांसदों MP को इस बार चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिलेगा.
कई MP के कटेंगे टिकट
उत्तर प्रदेश में वैसे तो योगी सरकार को कोई खतरा नहीं है लेकिन लोकसभा चुनाव को लेकर कुछ आशंकाएं हैं. चूंकि सरकार काफी लंबे समय बीजेपी की है इसलिए एंटीइनकंबेसी की आशंका से बीजेपी परेशान है.फिलहाल सपा बसपा कांग्रेस कोई बीजेपी के सामने मुकाबले में नहीं है लेकिन इसके बाद भी बीजेपी आशंकित है.इसलिए एंटीइनकंबेसी की समस्या से निपटने के लिए कई सांसदों MP को इस बार टिकट नहीं दिये जाएंगे. सूत्रों का कहना है कि एक तो 75 वर्ष की आयु वाले सांसदों के टिकट कटेंगे. इसके अलावा वैसे सांसदों को भी बीजेपी नमस्ते कर देगी जिनका परफॉर्मेंस अच्छा नहीं रहा है. इनमें कुछ केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं.
राजनाथ सिंह और वीके सिंह पर लटकी तलवार
संभव है कि 2024 के शुरुआत में लोकसभा चुनाव की घोषणा कर दी जाएगी. चुनाव की तारीख मार्च की हो सकती है और नतीजों की घोषणा मई महीने में हो सकती है. सूत्रों का कहना है कि जिन सांसदों को टिकट नहीं दिया जाना है उनकी लिस्ट पहले ही बन चुकी है. इसके लिए पहले से ही सर्वे करा लिया गया है.जब टिकटों का बंटवारा होने लगेगा तब इस लिस्ट के आधार पर टिकट काटे जाएंगे. उत्तर प्रदेश के कई सांसद जो कैबिनेट मंत्री उन पर भी तलवार लटकी हुई है. इन सांसदों में वी के सिंह, राजनाथ सिंह,संजीव बालियान, स्मृति ईरानी,महेंद्र नाथ पांडेय का नाम भी शामिल है.
छोटी पार्टियों पर है बीजेपी की नजर
आरएसएस की तरफ से निर्देश मिलने के बाद बीजेपी रीजनल पार्टी से भी हाथ मिलाने को तैयार है. माना जा रहा है कि ओम प्रकाश राजभर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. राजभर के साथ निषाद पार्टी को भी बीजेपी टिकट दे सकती है. आरएलडी की ओर भी बीजेपी की निगाहें लगी हुई हैं. मतलब ये कि जयंत चौधरी के लिए बीजेपी के दरवाजे खुले हुए हैं. अब ये तय करना जयंत चौधरी का काम है कि वो बीजेपी में शामिल होंगे या नहीं.