Thursday, December 19, 2024

Chandrayaan-3: कुछ घंटो में चंद्रयान-3 होगा लांच,इतिहास रचने की तैयारी पूरी, पीएम मोदी ने किया ट्वीट

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि देश के तीसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण के लिए 25.30 घंटे की उलटी गिनती 13 जुलाई को बेंगलुरु के स्पेसपोर्ट में शुरू हो गई है.


इसरो ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “एलवीएम3एम4-चंद्रयान-3 मिशन: कल (शुक्रवार-14 जुलाई) 14.35 बजे लॉन्च की उल्टी गिनती शुरू हो गई है.”
अंतरिक्ष एजेंसी आज (शुक्रवार) दोपहर 2.35 बजे LVM3 रॉकेट से चंद्रयान-3 लॉन्च करेगी. मिशन पर अपडेट करते हुए इसरो ने कहा कि प्रणोदक ( propellant) भरने का काम जारी है. प्रक्षेपण के लिए मिशन तैयारी समीक्षा पहले ही पूरी हो चुकी है और बोर्ड ने प्रक्षेपण को अधिकृत कर दिया है.

मिशन के लांच से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट किया है – चंद्रयान – 3 के लांच से पहले पीएम मोदी ने किया ट्वीट. “जहां तक भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र का सवाल है, 14 जुलाई 2023 हमेशा सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा. चंद्रयान-3, हमारा तीसरा चंद्र मिशन, अपनी यात्रा पर निकल जाएगा. यो मिशन हमारे राष्ट्र के आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा.

 

चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग है लक्ष्य

आज (शुक्रवार) का चंद्र अभियान, 2019 चंद्रयान-2 मिशन का एक्सटेंशन है. इस बार अंतरिक्ष वैज्ञानिक ने चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का लक्ष्य रखा है. अगर ये मिशन होता है तो भारत संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ जैसे देशों के एक विशिष्ट क्लब में शामिल हो जाएगा.

तीसरा चंद्र मिशन

चंद्रयान-3, जो भारत का तीसरा चंद्र मिशन है. ये इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें एक स्वदेशी लैंडर मॉड्यूल (एलएम), प्रोपल्शन मॉड्यूल (पीएम) और एक रोवर शामिल है. इस मिशन का मकसद अंतर-ग्रहीय मिशनों के लिए आवश्यक नई प्रौद्योगिकियों को विकसित करना और प्रदर्शित करना भी है.

इसरो के अनुसार, लैंडर में एक निर्दिष्ट चंद्र स्थल पर सॉफ्ट लैंडिंग करने और रोवर को तैनात करने की क्षमता है, जो अपनी गतिशीलता के दौरान चंद्र सतह का इन-सीटू रासायनिक विश्लेषण करेगा. लैंडर और रोवर के पास चंद्र सतह पर प्रयोग करने के लिए कई पेलोड (payloads) हैं.

चंद्रयान 3 मिशन का अंत कब होगा?

इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने पिछले सप्ताह कहा था कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग 23-24 अगस्त को निर्धारित है. सोमनाथ ने कहा,“अगर तय दिन प्रक्षेपण होता है तो हम संभवतः अगस्त के आखिरी सप्ताह तक चंद्रमा पर उतरने के लिए तैयार होंगे. चंद्रमा पर सूर्योदय होने पर तिथि (लैंडिंग डेट) तय की जाती है. जब हम उतर रहे हों तो सूर्य की रोशनी अवश्य होनी चाहिए. इसलिए लैंडिंग 23 या 24 अगस्त को होगी, ”

मिशन से पहले इसरो के अधिकारियों पहुंचे तिरूपति

गुरुवार, 13 जुलाई, 2023 को लॉन्च से पहले इसरो अधिकारियों ने आंध्र प्रदेश के तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वरन मंदिर का दौरा किया. अधिकारी रॉकेट और अंतरिक्ष यान का एक लघु मॉडल लेकर गए और भगवान से आशीर्वाद मांगा. आपको बता दें, श्रीहरिकोटा में उपग्रह प्रक्षेपण से पहले देवता का आशीर्वाद लेना इसरो की पुरानी परंपरा है.

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