पटना : नौकरी के बदले जमीन घोटाले के सिलसिले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और अन्य के खिलाफ सीबीआई के आरोपपत्र CBI chargesheet दायर करने के एक दिन बाद, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मंगलवार को बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर राजद नेता के खिलाफ “नौकरी के बदले जमीन” मामले में विच-हंट करने का आरोप लगाया”.
गठबंधन सरकार बनने के बाद CBI chargesheet
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए अपने एक वीडियो संदेश में ललन सिंह ने कहा, “इस मामले में सीबीआई की दूसरी चार्जशीट CBI chargesheet, यादव के खिलाफ बिना किसी सबूत के दायर की गई थी. सीबीआई ने पहले कहा था कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है. लेकिन जब राजद और जद (यू) ने अन्य दलों के साथ मिलकर अगस्त 2022 में महागठबंधन बनाया उसके बाद, केंद्र ने डिप्टी सीएम के खिलाफ अपने ‘तोते’ (सीबीआई) और अन्य संघीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल शुरू कर दिया.”
अभी 5 दिन पहले तक प्रधानमंत्री जी जिन एनसीपी नेताओं पर 70,000 करोड़ के घोटाले का आरोप लगा रहे थे,बीजेपी उन्हें अब मंत्रिमंडल में शामिल कर सम्मानित कर रही है, दूसरी तरफ श्री तेजस्वी यादव जिनपर दो बार सीबीआई भ्रष्टाचार के कोई साक्ष्य न होने की बात कह चुकी, उन पर बीजेपी चार्जशीट… pic.twitter.com/MiWP90Yv6I
— Janata Dal (United) (@Jduonline) July 4, 2023
अजित पवार के बीजेपी जाने को लेकर साधा पीएम पर निशाना
ललन सिंह ने बीजेपी पर हमला जारी रखते हुए कहा कि, “यह सर्वविदित तथ्य है कि सीबीआई केवल उन लोगों के पीछे जाती है जो बीजेपी के विरोधी हैं. हम सभी जानते हैं कि 23 जून को पटना में विपक्ष की बैठक के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सार्वजनिक बैठक में कहा था कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ( राकांपा नेता 70,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के मामलों में शामिल हैं. पांच दिन बाद, जब एनसीपी नेता बीजेपी के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा बन गए, तो मोदी के लिए सब कुछ ठीक था. वह आसानी से भ्रष्ट एनसीपी नेताओं को भूल गए,”
तेजस्वी सीबीआई से नहीं डरेंगे- ललन सिंह
ललन सिंह ने कहा 2024 के लोकसभा चुनावों में विपक्षी एकता के डर से बीजेपी ऐसा कर रही है लेकिन इससे विपक्षी एकता मजबूत होगी, उन्होंने कहा, “इस तरह की राजनीतिक साजिश से देश में विपक्षी एकता ही मजबूत होगी. तेजस्वी सीबीआई और बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से नहीं डरेंगे. मतदाता मोदी सरकार के इन सभी अलोकतांत्रिक कृत्यों को समझते हैं और लोग इसका करारा जवाब देंगे.”
सोमवार को सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले में दायर की दूसरी चार्जशीट
आपको बता दें सीबीआई ने सोमवार को नई दिल्ली की एक सक्षम अदालत में नौकरी के बदले जमीन घोटाले के सिलसिले में तेजस्वी यादव, उनके पिता और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद और मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. इस मामले में दाखिल किया गया ये दूसरा आरोपपत्र है, जिसमें 14 अन्य लोगों का भी नाम है. सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि दूसरा आरोपपत्र इसलिए दाखिल किया गया क्योंकि प्रारंभिक रिपोर्ट दाखिल होने तक आरोपियों की कथित भूमिका की जांच पूरी नहीं हो सकी थी.
क्या है लालू परिवार पर आरोप
लालू प्रसाद यादव पर अपने परिवार और उसके सहयोगियों को उपहार में दी गई या सस्ती दरों पर बेची गई जमीन के बदले में रेलवे में नौकरी देने का आरोप है. मामला मई 2004 से मई 2009 के बीच का है जब लालू रेल मंत्री थे.
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