इलाहाबाद : रामायण पर आधारित फिल्म आदिपुरुष को बैन करने की मांग वाली याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट High Court में आज तीसरे दिन भी सुनवाई हुई. इलाहाबाद High Court ने कहा कि यह लगातार हो रहा है. कुछ न कुछ लगातार ऐसा किया जा रहा है जिससे सामाजिक सामंजस्य खराब हो. प्रोड्यूसर को कोर्ट में पेश होना होगा. यह मज़ाक नहीं है.
High Court की सेंसर बोर्ड को फटकार
इलाहाबाद High Court ने कहा कि रामायण के कितने किरदार हैं जिनकी पूजा की जाती है और उनको फ़िल्म में किस तरह से दिखाया गया है. फ़िल्म 16 जून को रिलीज़ हुई थी अब तक कुछ नहीं हुआ तो 3 दिन में क्या होगा लेकिन हम फिर भी छुट्टी में इस केस को सुन रहे हैं. इलाहाबाद High Court के जज ने कहा कि उन्होंने कुछ लोगों से पूछा था. उन लोगों ने कहा कि वह फ़िल्म से आहत हैं. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं जो फ़िल्म पूरी नहीं देख पाये. जो लोग भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान जी को मानते हैं वो फ़िल्म देख ही नहीं पाएंगे. इलाहाबाद HC ने सेंसर बोर्ड के सदस्यों को फटकार लगाते हुए कहा कि वह लोग धन्य हैं जिन लोगों ने फ़िल्म को सर्टिफाइड किया.
मजाक बना दिया है
इलाहाबाद HC ने कहा लोगों की भावनाएं आहात हुई हैं. जो बातें याचिका में कही गई हैं उसको हम मानते हैं कि भावनाएं आहत हुई हैं. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा अगर आज हम चुप हो जाएंगे तो जानते हैं क्या होगा, यह सब बढ़ रहा है. जज ने कहा कि एक फ़िल्म में देखा कि भगवान शंकर त्रिशूल लेकर भाग रहे हैं. उनका मज़ाक बनाया जा रहा है. क्या अब यह सब होगा?
कुरान पर फिल्म बना कर देखो
आदिपुरुष फिल्म को लेकर कोर्ट ने कहा कि इस फिल्म को पास करना ब्लंडर है. कुरान पर ऐसी छोटी सी डाक्यूमेंट्री बनाइए, फिर देखिए क्या होता है. इस तरह से किसी धर्म के साथ खिलवाड़ करना गलत है.