दिल्ली : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की मुलाकात दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से हुई. नीतीश सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद बीजेपी के किसी शीर्ष नेता से जीतन राम मांझी की पहली मुलाकात है. मुलाकात के बाद तय हुआ है कि जीतन राम मांझी की पार्टी NDA में शामिल होगी.
अमित शाह से चली 45 मिनट मीटिंग
आपको बता दें कि अमित शाह के साथ जीतन राम मांझी की मुलाकात लगभग 45 मिनट चली. इस मीटिंग में जीतन राम मांझी के साथ उनके बेटे और हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन भी थे. मीटिंग के बाद जीतन राम मांझी के हाव भाव से ये तय हो गया है कि उनकी पार्टी हम का एनडीए NDA में विलय हो जाएगा. बीजेपी NDA के साथ दोस्ती को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ही बोला था. अब उनकी बात सच साबित होती नजर आ रही है.
NDA में जाने की थी तैयारी
दरअसल नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी के बीच काफी लंबे समय से मनमुटाव चल रहा था. ये अनबन 13 तारीख को खुल कर सामने आ गई जब जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के बाद बाप बेटे दोनों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने हम पार्टी का जेडीयू में मर्ज करने का दबाव बनाया. लेकिन मांझी अपनी पार्टी का विलय करने को तैयार नहीं हुए और संतोष सुमन ने इस्तीफा दे दिया.
बीजेपी की राह आसान
बिहार कैबिनेट से हटने के बाद जीतन राम मांझी बीजेपी में जाएंगे इस बात की आशंका पहले से ही थी. कई बार सीएम नीतीश कुमार ने भी इशारा किया था. छोटी पार्टियों को खत्म करने की बात करने वाली बीजेपी छोटी पार्टियों के सहारे ही बिहार में चुनाव लड़ने का सपना देख रही है. उस कड़ी में जीतन राम मांझी की पार्टी का नाम जुड़ने वाला है.