Thursday, November 7, 2024

Cyclone Biparjoy: तूफान से पहले कच्छ में आया भूकंप, गुजरात में मदद के लिए नौसेना के जहाज, हेलीकॉप्टर तैयार

गुजरात के कच्छ जिले में बुधवार शाम को 3.5 तीव्रता का भूकंप आने की खबर है. ये भूकंप तब आया है जब चक्रवात ‘बिपारजॉय’ लैंडफॉल के लिए कच्छ के तट की ओर बढ़ रहा है. इस भूकंप में संपत्ति या जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

गांधीनगर स्थित भूकंप विज्ञान अनुसंधान संस्थान ने अपने अपडेट में कहा कि भूकंप कच्छ जिले के भचाऊ से 5 किमी पश्चिम दक्षिण पश्चिम (डब्ल्यूएसडब्ल्यू) की दूरी पर शाम 5.05 बजे दर्ज किया गया.

गुरुवार शाम लैंडफॉल करेगा चक्रवात बिपारजॉय

चक्रवात बिपारजॉय गुरुवार यानी 15 जून की शाम भारत में कच्छ के पास लैंडफॉल करेगा. तूफान के खतरे को देखते हुए भारत और पाकिस्तान पूरी तरह से अलर्ट हैं. बताया जा रहा है कि तूफान लैंडफॉल तो भारत में करेगा लेकिन फिर ये पाकिस्तान की ओर बढ़ जाएगा. बिपारजॉय कमज़ोर होकर एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है, लेकिन कच्छ में जहां ये लैंडफॉल करेगा वहाँ ये तूफान बिजली और संचार के खंभे को उखाड़ सकता है और ट्रेन, हवाई और सड़क यातायात को बाधित कर सकता है.

भारतीय नौसेना भी है तैयार

भारतीय नौसेना की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक, भारतीय नौसेना ने गुजरात में तेजी से मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) संचालन के लिए जहाजों, राहत टीमों और हेलीकाप्टरों को तैयार रखा है.

भारतीय नौसेना ने एचएडीआर ईंटों से लैस चार जहाजों को तैनात किया है, जो एक पल के नोटिस पर कही भी तैनात किए जाने के लिए तैयार हैं. इसके अलावा, पोरबंदर और ओखा दोनों में पांच राहत दल तैनात हैं, साथ ही वलसुरा में 15 राहत दल हैं, जो नागरिक अधिकारियों को सहायता और सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं. इसके अलावा, गोवा में आईएनएस हंसा और मुंबई में आईएनएस शिकरा में तैनात हेलीकॉप्टर गुजरात में तत्काल परिवहन के लिए खड़े हैं.

गुजरात में NDRF की 18 टीम की तैनाती की गई है

15 तारीख की शाम चक्रवात के कच्छ में लैंडफॉल को देखते हुए गुजरात में NDRF की 18 टीम की तैनाती की गई है, SDRF की 13 टीम मौजूद है. दिल्ली में चक्रवात बिपरजोय पर जानकारी देते हुए DIG एनडीआरएफ मोहसिन शाहिदी ने बताया कि, स्थिति को देखते हुए 44,000 से ज़्यााद लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए हैं. कंट्रोल रूम सक्रिय है. लोगों से घर पर रहने की अपील है.
वहीं गांधीनगर में NDRF में जनरल डिप्टी चिकित्सा अधिकारी डॉ विरल चौधरी ने जानकारी दी कि, “हमारी कल तक 17 टीमें तैनात थीं और 2 टीमें रिज़र्व में थी. आज उन दोनों टीमों को भी बुला लिया गया है. इन दोनों टीमों को नखत्राणा और भुज के लिए मूव किया है. लैंडफॉल से पहले हम स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर लोगों को निकालने का कार्य कर रहे हैं.”

BSF भी कर रहा है लोगों की मदद

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 15 जून की शाम को गुजरात के जखाऊ तट के पास टकरायेगा और उसके बाद इसके कच्छ के रण से होते हुए राजस्थान तक जाने की संभावना है. इसी को देखते हुए बीएसएफ सिविल अधिकारियों के साथ स्थानीय लोगों को सभी प्रकार की आवश्यक सहायता के लिए कार्य कर रहा है. इसके तहत बीएसएफ ने जखाऊ तट के करीब स्थित गुनाओ गांव से लगभग 50 ग्रामीणों को सीमा सुरक्षा बल की गुनाओ चौकी में स्थानांतरित कर दिया गया है. इसी सिलसिले में महानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल, रवि गांधी खुद गुजरात के भुज में तटीय क्षेत्रों का दौरा भी किया.


तूफान के चलते 69 ट्रेन रद्द

मुंबई में पश्चिमी रेलवे के CPRO सुमित ठाकुर ने बताया कि, “ओखा, पोरबंदर, गांधीधाम, वीरावल, मोरबी आदि जगहों पर हम नजर रख रहे हैं. मौके पर हमारे 2500 से ज्यादा कार्यबल तैनात है. हमने 69 ट्रेन रद्द, 33 ट्रेन शॉर्ट टर्मिनेट, 27 ट्रेन शॉर्ट ओरिजिनेट की है. सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले इलाकों में हमने माल गाड़ी को भी रद्द किया है.”


केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने की समीक्षा बैठक

वहीं दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के ने कहा कि, चक्रवात में ट्रांसमिशन लाइन में खराबी की संभावना रहती है, उसे लेकर हमने सारी तैयारी कर ली है. गुजरात में इंटरस्टेट और इंट्रास्टेट ट्रांसमिशन लाइन को चेक कर लिया है. हम राज्य सरकार से लगातार संपर्क में हैं.

गुजरात में कैंप कर रहे है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुजरात के कच्छ में अस्पतालों का निरीक्षण किया और उपलब्ध ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और क्रिटिकल केयर बेड की जानकारी मांगी. उन्होंने चक्रवात के बाद आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए की गई तैयारियों की भी समीक्षा की.


मोरबी के नवलखी बंदरगाह पर तूफान से निपटने की तैयारी पूरी

चक्रवात बिपरजॉय के मोरबी सहित गुजरात के 6 जिलों से टकराने का अनुमान है और जैसे-जैसे गुरुवार का दिन चढ़ेगा इसकी दिशा बदलेगी और प्रशासन, बंदरगाह विभाग और मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार इसकी गति बढ़ेगी या घटेगी. मोरबी जिले ने नवलखी बंदरगाह के अधिकारी को तूफान की दिशा और दिशा अब लगातार बताई जा रही है. पोर्ट इन्चार्ज, कैप्टन बी. एन. लाडवा
का कहना है कि, वर्तमान में मोरबी के नवलखी बंदरगाह पर 70 किमी/घंटा की रफ्तार से हवा चल रही है,15 जून को हवा की गति 100 से 120 किमी/घंटा रहने की संभावना है और वर्तमान में बरगद और बंदरगाह में सतर्कता के तहत सभी आवश्यक निर्देश दिए गए हैं आज स्थल निरीक्षण के बाद उपरोक्त सभी को सुरक्षित स्थान पर रहने को कहा गया है.
गुजरात में दिखने लगा है तूफान का असर
गुजरात के जामनगर के रसूलनगर गांव के लोगों ने चक्रवात बिपरजोय के खतरे से बचने के लिए अपने गांव के चारों ओर रस्सियां लगा दी हैं.


तूफान के चलते गुरुवार को बंद रहेगा द्वारकाधीश मंदिर

वहीं द्वारका में चक्रवात बिपरजोय का प्रभाव देखने को मिल रहा है. यहां ओखामंडल के मीठापुर क्षेत्र में तेज़ हवाओं के साथ बारिश हो रही है.


इसके साथ ही चक्रवात बिपरजोय के मद्देनजर द्वारकाधीश मंदिर को कल (गुरुवार) के लिए बंद करने का निर्णय लिया गया है. एसडीएम द्वारका पार्थ तलसानिया ने कहा कि, यह निर्णय सिर्फ कल (गुरुवार) के लिए लिया गया है, अगर हालात ठीक रहे तो 16 जून से मंदिर को खोल दिया जाएगा.


कच्छ में 4 हज़ार लोगों को शिफ्ट किया गया है

गुजरात के कच्छ में जहां लैंडफॉल होगा वहां मांडवी समुद्र तट पर चक्रवात बिपरजोय का प्रभाव देखने को मिल रहा है. समुद्र में लहरें ऊंची उठ रही हैं.


गुजरात सरकार में मंत्री प्रफुल पंशेरिया ने भुज में कहा कि कच्छ जिला पूरा प्रभावित क्षेत्र है. हमने शरण स्थलों पर दवा, खाना, पानी, दूध और बच्चों के लिए पौष्टिक आहार की व्यवस्था की है. कच्चे मकान, झुग्गी, झोपड़ी में रहने वाले करीब 4 हजार लोगों को शरण स्थलों में यहां शिफ्ट किया गया है.

मुंबई से दूर है बिपरजॉय

मुंबई में IMD प्रमुख सुनील कांबले ने बताया कि, “चक्रवात बिपरजोय फिलहाल मुंबई से दूर है. चक्रवात पोरबंदर 300 किमी दूर है. 15 जून दोपहर को मांडवी और करांची के बीच बिपरजोय के लैंडफॉल होने की संभावना है. अगले 24 घंटे कच्छ, सौराष्ट्र में भारी बारिश होगी.”

राजस्थान और हरियाणा में भी दिखेगा बिपरजॉय का असर

जयपुर में मौसम विज्ञान केंद्र, के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि “16 जून को दोपहर तक चक्रवात बिपरजोय राजस्थान की ओर प्रवेश करेगा। 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. अगले 6-12 घंटे में यह चक्रवात कमज़ोर होगा. 16 तारीख को भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है. 17 जून को भी भारी बारिश की संभावना रहेगी. 18 जून को बारिश कम होने की संभावना है.
वहीं चंडीगढ़ में IMD के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह ने बताया कि, “कच्छ, सौराष्ट्र को पार करने के बाद चक्रवात बिपरजोय का प्रभाव दक्षिण राजस्थान में 16 जून को दिखेगा. इसके प्रभाव से 17, 18 और 19 जून को दक्षिण हरियाणा में बारिश होगी, लेकिन तब तक चक्रवात की रफ्तार बहुत कम हो जाएगी.”

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