अली बाबा की कहानियो में मिलने वाले तहखाने तो अरब देशों की बात है लेकिन अब दुनिया ग्लोबल है को कहीं भी कुछ बी मिल सकता है .अभी हम बात कर रहे हैं बिहार की. बिहार के मजफ्फरपुर की जहां गुफा नहीं नदी के नीचे तहखाना मिला है और उसमें मिली है सैकड़ों लीटर शराब. दरअसल शराब बंदी वाले बिहार में इन दिनों शराब किसी खजाने से कम नहीं है. तो लोग अब इसे ही तहखानों मे छुपा कर रखने लगे हैं.
शराब बंदी वाले बिहार में कितनी शराब बंदी ये तो सब जानते हैं. वक्त वक्त पर ऐसे मामला सामने आते हैं जो कहीं न कहीं बिहार पुलिस की कार्यप्रणाली पर वालिया निशन को खड़ा करते ही हैं साथ ही साथ शराब तस्करों के शातिर दिमाग की करामात भी दुनिया को दिखा देते हैं. बिहार में शराब पहुंचाने के लिए शराब माफिया हर दिन नए नए हथकंडे अपना रहे हैं. कभी एम्बुलेंस कभी ऑटो की सीट में छिपकर लेकिन अब जो मामला सामने आया वो देखने के बाद तो आपके होश ही उड़ जाएंगे.
ताजा मामला सामने आया है जहां नदी के किनारे तहखाना बनाकर छिपाई गई अवैध शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई है जिसकी कीमत 10 लाख रुपए से अधिक बताई गई है. यहाँ बात कीमत की नहीं बल्कि उस शराब की है जिससे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेहद नफरत करते हैं, लेकिन शराब माफिया है कि बार बार शराब को बिहार में पहुँचकर प्रशासन की नाक में दम करता रहता है.
किसी को शक न हो इसलिए शराब माफिया ने नदी के किनारे बड़े गड्ढ़े बनाये और फिर उसमें शराब को छिपाकर थर्मोकोल से ढक दिया दिया और उसके उपर मिटी डाल दिया. लेकिन जिला उत्पाद विभाग ने इसको खोज निकाला है.
वैसे बता दें उत्पाद विभाग शराब रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है. कभी शराब तस्करी को रोकने के लिए X रे और स्कैनर मशीन का इस्तेमाल कर रहा है तो कभी पाताल से शराब खोजकर निकाल रहे हैं.