तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमलों के कथित रूप से फर्जी वीडियो साझा करने के आरोप में गिरफ्तार YouTuber मनीष कश्यप पर कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
एक विशेष टीम ने उसे बुधवार रात मदुरै में न्यायिक मजिस्ट्रेट वी. देलाबानू के सामने पेश किया और उसे 19 अप्रैल तक हिरासत में भेज दिया. वह केंद्रीय जेल, मदुरै में बंद है. साइबर क्राइम पुलिस ने कश्यप के खिलाफ पहले ही केस दर्ज कर लिया था. इससे पहले 30 मार्च को कश्यप को मदुरै में जेएम के सामने पेश किया गया और तीन दिन की हिरासत में पूछताछ के लिए ले जाया गया.
क्या है मामला
कश्यप ने पिछले महीने बिहार में चंपारण पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था. उनकी न्यायिक हिरासत 13 अप्रैल तक बढ़ा दी गई थी. सोशल मीडिया पर तमिलनाडु में प्रवासियों को मारे जाने और पीटे जाने के फर्जी वीडियो फैलाने के आरोप में उनके और अन्य लोगों के खिलाफ कई प्राथमिकी भी दर्ज की गई हैं.
मनीष ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा
मनीष कश्यप ने अंतरिम राहत और एफआईआर को क्लब करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा है. मदुरै पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमले के फर्जी वीडियो पोस्ट करने के आरोप में यूट्यूबर मनीष कश्यप को 19 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.”
तमिलनाडु में बिहारी प्रवासी मजदूरों पर हमले का फर्जी वीडियो प्रसारित करने वाले मनीष कश्यप को मदुरै में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत हिरासत में लिया गया है.