दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के आईपी कॉलेज (indraprastha college for women) में मंगलवार को हुई भगदड़ का मामला आज दिल्ली विधानसभा में उठाया गया. विधानसभा अध्यक्ष से सरकार के मंत्री ने इस मुद्दे पर बहस की अनुमति मांगी जिसे विधानसभा के सभापति ने स्वीकर किया और बहस की अनुमति दे दी. विधानसभा अध्यक्ष ने बहस को अनुमति देते हुए कहा कि सीएम और एलजी के घर के पास स्थित आईपी कॉलेज में दीवार फ़ांद कर कुछ लड़के चले गए और लड़कियों से छेड़खानी की. इस मुद्दे पर MLA भावना गौर का नोटिस आया है, इसलिए इस विषय पर चर्चा की अनुमति दी जाती है .
महिला सुरक्षा को झटका लगा-आतिशी ,दिल्ली शिक्षा मंत्री
बहस के दौरान दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने दिल्ली में महिला सुरक्षा का सवाल उठाते हुए कहा कि लड़कियों के साथ छेड़छाड़ दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक बड़े कॉलेज में हुई है. दिल्ली यूनिवर्सिटी में देश के कोने कोने से बच्चे पढ़ने आते हैं. माता-पिता को लगता है कि वहां पर हॉस्टल है और इसलिए वहां हमारी बेटी सुरक्षित महसूस करेगी. घटना से दिल्ली ही नहीं देश के लोगों को भी बहुत बड़ा झटका लगा है.
महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी उपराज्यपाल और केंद्र की – दिल्ली सरकार
दिल्ली सरकार की शिक्षा मंत्री आतिशी ने उप राज्यपाल को इस मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि संविधान साफ साफ कहता है कि तीन मुद्दे के लिए केंद्र सरकार और LG की जिम्मेदारी बनती है. दिल्ली में बेटियों को सुरक्षा देना सिर्फ और सिर्फ केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है लेकिन दिल्ली के एलजी के पास अपनी जिम्मेदारियां निभाने के अलावा हर चीज के लिए समय है. दिल्ली के एलजी ने पिछले कई महीनों में सरकार के कामकाज को रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ी है लेकिन संविधान द्वारा दिए गए तीन काम करने के लिए LG के पास कभी समय नहीं होता है. शिक्षामंत्री आतिशी ने कहा कि अबतक जानकारी नहीं है कि कॉलेज के अंदर घुसने वाले लोगों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया गया या नहीं. सदन से मांग है कि दिल्ली के एलजी अरविंद केजरीवाल का काम रोकना बंद करें और दिल्ली की बेटियों को सुरक्षा देना शुरू करें.
हलांकि मंगलवार को हादसे के बाद दिल्ली पुलिस ने जानकारी थी कि कॉलेज गेट पर हंगामा करने के मामले में 7 लोगों के हिरासत मे लिया गया था.
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