दिल्ली : क्या माफिया अतीक अहमद का भी हाल विकास दुबे वाला होगा, क्यों योगी सरकार ने एक कुख्यात माफिया डॉन को लगभग 1217 किलोमीटर की दूरी तय कराने के लिए सडक मार्ग को चुना है ? क्यों 45 अधिकारियों की टीम ने हवाई मार्ग उपलब्ध होने के बावजूद सड़क मार्ग को यात्रा के लिए चुना ? क्या वाकई योगी सरकार के राज में विकास दुबे की कहानी दुहरायी जाएगी ?
ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि सोशल मीडिया पर ये चर्चा आम है..
Today #AtikAhmed is being brought to UP but unfortunately the weather looks bad as it is already raining intermittently, there is a high possibility of accidents and skidding. If anything bad happens pls don't defame our beloved chief Minister @myogiadityanath ji 😬 pic.twitter.com/yw9WzKTtK8
— P!YU$H S (@SpeaksKshatriya) March 26, 2023
जब से माफिया अतीक अहमद के सड़क मार्ग से लाये जाने की खबर आई है सोशल मीडिया से लेकर तमाम जगहों पर एक ही बात की चर्चा है. यहां तक कि समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने अतीक के एनकाउंटर की आशंका भी जता दी है.
‘मुख्यमंत्री ने पहले बता दिया होगा.. गाड़ी कहां कैसे पलटनी है…’
माफिया Atique Ahmed को लेकर बोले Akhilesh Yadav#AkhileshYadav #SamajwadiParty pic.twitter.com/G6QHaUvfBE
— News24 (@news24tvchannel) March 26, 2023
वरिष्ठ अधिकारियों समेत 45 लोगों की टीम लेकर आ रही है अतीक अहमद को
भारी लाव-लश्कर समेत करीब आधा दर्जन गाडियों का काफिला शाम में साबरमति से रवाना हुआ . महानिदेशक स्तर के अधिकारी से लेकर दर्जन भर अधिकारी स्वयं पुलिस मुख्यालय से यात्रा मार्ग की निगरानी कर रहे है . अतीक को लाने में भारतीय पुलिस सेवा के एक अधिकारी, तीन पुलिस उपाधीक्षक के अलावा चालीस पुलिस के विशेष जवान तैनात है . वैसे सुरक्षा की लिहाज से 45 अधिकारियों की टीम में सिर्फ 5 अधिकारियों के पास ही मोबाईल फोन है . 40 अधिकारी से लेकर जवान तक बिना मोबाईल फोन के है . अत्याधुनिक हथियारों से लैस इन जवानों को रास्ते में स्थानीय पुलिस भी सुरक्षा दे रही है .
27-28 मार्च तक STF TEAM पहुंचेगी प्रयागराज
माफिया अतीक के सोमवार की देर रात से मंगलवार के अहले सुबह तक प्रयागराज पहुंचने की उम्मीद है . एक अपहरण मामले में अतीक की पेशी होगी,फिर न्यायालय से निकलने के बाद पुलिस दुबारा उसे कस्टडी में ले लेगी और उमेश पाल हत्याकांड मामले में भी पूछताछ शुरु होगी.
उत्तर प्रदेश में कभी आतंक का पर्याय रहे लेकर अतीक अहमद,विधायक राजूपाल की हत्या में गवाह रहे उमेश पाल की हत्या से दुबारा चर्चा में आया है. अतीक औऱ उसके गुर्गे को दबोचने में लगी योगी सरकार ने कई ठिकानों को जमींदोज कर दिया है और सिलसिला जारी है .
जिस मामले में पेशी को लेकर अतीक अहमद को प्रयागराज लाया जा रहा है, उसी मामले में अतीक अहमद के भाई अशरफ को भी पेशी के लिए ले जाया जाएगा . अशरफ अहमद इस समय बरेली जेल में बंद है. अशरफ अहमद को भी बुलट प्रूफ गाड़ी से प्रयागराज लाया जाएगा.
विकास दूबे को भी उज्जैन से लड़क मार्ग से ही लाया गया था
वैसे अतीक के सडक मार्ग से लेकर चलने के साथ ही विकास दुबे की सडक मार्ग की यादें ताजा हो गयी है. विकास दुबे को भी योगी सरकार ने उज्जैन से लाने के लिए सडक मार्ग का ही चुनाव किया था औऱ कानपुर आते आते विकास दुबे का एनकाउंटर हो गया था. पुलिस ने बताया था कि गाड़ी पलट गई और कैदी विकास दूबे पुलिस को चकमा दे कर भागने की कोशिश कर रहा था .
इस बीच खबर यह भी है कि माफिया अतीक अहमद को जेल में हाई-सिक्योरिटी बैरक में आइसोलेशन में रखा जाएगा। उनके सेल में सीसीटीवी कैमरा होगा। जेल कर्मचारियों को उनके रिकॉर्ड के आधार पर चुना और तैनात किया जाएगा, उनके पास बॉडी वियर कैमरे होंगे। प्रयागराज जेल कार्यालय व जेल मुख्यालय चौबीसों घंटे निगरानी करेगा। प्रयागराज जेल में सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए को जेल मुख्यालय भेजा जा रहा है।