गाजीपुर के बहुजन समाज पार्टी से सांसद अफजाल अंसारी की मुश्किलें कम होती नहीं दिखाई दे रही है, 14 फरवरी को सांसद अफजाल अंसारी की गाज़ीपुर के गैंगस्टर कोर्ट में पेश हुई. इस दौरान कोर्ट से बाहर निकलते ही मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि सितम पर गम नहीं अगली सुनवाई 16 फरवरी को होगी. बता दे कि गैंगस्टर मामले में मंगलवार आरोपी अफजाल अंसारी कोर्ट में आए थे और धारा 313 सीआरपीसी के तहत कार्यवाही होनी थी. लेकिन 311 के तहत उन्होंने माननीय कोर्ट के सामने 10 फरवरी को एक प्रार्थना पत्र दिया था , उन्होंने कोर्ट से मांग की थी कि केस के विवेचक सूर्य प्रकाश यादव को फिर से कोर्ट में जिरह के लिए तलब किया जाए. क्योंकि उनसे कुछ जिरह बाकी रह गई थी. जिसको कोर्ट ने मान लिया और अगली तारीख 14 फरवरी यानी मंगलवार को गवाह पेश हुआ और उसका कोर्ट में जिरह हुई. जानकारी के मुताबिक अफजाल अंसारी के ऊपर कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की हत्या में गैंगस्टर का मुकदमा लंबित है और उसी में उनकी पेशी अब अगले 16 फरवरी को फिर होगी.
16 फरवरी को होगी अलगी सुनवाई
कोर्ट से बाहर निकलते ही मीडिया से बातचीत के दौरान अफ़ज़ाल अंसारी ने कहा कि अगली डेट 16 तारीख लगी है देखिए इस केस या किसी केस में भी माननीय सर्वोच्च न्यायालय उच्च न्यायालय यह कह रखा है कि जो एमपी एमएलए हैं उनके केस जो है वह शीघ्र सुनवाई की जाए जल्दी सुनवाई की जाए उस क्रम में यहां भी है.
वहीं मऊ विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी व बहु निकहत बानो के गिरफ्तारी मामले पर अफ़ज़ाल अंसारी ने कहा कि एक नया चैप्टर खोल दिया गया है और मीडिया के लिए भी चटपटा चैप्टर है और एक सभ्य समाज के लिए दुर्भाग्य पूर्ण चैप्टर है. हम राजनीति में हैं राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में हमारे विरुद्ध जो परास्त होने वाली ताकतें हैं. वह आज सत्ता में हैं तो हमारे विरुद्ध जो एक्शन है वह तो बात समझ में आती है. लेकिन परिवार के सदस्यों में ऐसे लोग भी जिन से कोई वस्तु सरोकार नहीं है उनको भी लपेटा जाता है अब एक बहू को एक महिला को तो यह समझ है. आप लोग जानते है कि एफआईआर में क्या है. आप खुद पढ़ेंगे तो आपको हास्यास्पद लगेगी. एफआईआर एक पुलिस अधिकारी ने लिखाई है और तमाम विरोधाभास है उसमें तमाम विसंगतियां हैं जिस तरह से उन्होंने जो आरोप लिखा है उसमें और क्या कर सकते थे. एक महिला पर सीधा आरोप है कि वह जेल में मिलने आई. जेल के गेट में रजिस्टर में मुलाकात डायरी में उसका नाम नहीं था तो जेल का गेट पर रजिस्टर मुलाकात डायरी किसके पास है, कौन भरता है उसको बताए.
अब्बास अंसारी की पत्नी मामले में 100 प्रतिशत साजिश रची गई है
इस दौरान अफजाल अंसारी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार में कुछ को पुरस्कार भी मिला है कोई बहुत उपलब्धि जब होती है तो पुरस्कार फ्री मिलता है और कुछ को सजा. अब कुछ को पुरस्कार यह साइलेंट संकेत है इस बात के लिए लीक से हटकर के जिस तरह की उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी तो पुरस्कार मिलेगा. अब कितना हास्यास्पद है लोग पचा नहीं पा रहे हैं कि न्यायपालिका के तले कुर्सी पर बैठकर कोई व्यक्ति राज्यसभा का एमपी बनाया जाता है तो कोई को राज्यपाल बनाया जा रहा है. तमाम टिका टिप्पणियां हो रही है आप छुपाए उसको लेकिन देश की जनता सब जानती है कि उनकी वाली करने वालों को लगातार पुरस्कार और उनके कर्मों में साथ न देने वालों को लगातार सजा हो सकता है. अब्बास की पत्नी की गिरफ्तारी मामले में जिन कर्मचारियों अधिकारियों को फसाया गया उन के माध्यम से पहले कोशिश की जाती रही हो कि तुम इस तरह का कोई कार्रवाई का षड्यंत्र करो और वह इसको अंजाम देने के लिए नहीं तैयार हुए तो लो अब सजा भुगतो, तो ये नहीं हो सकता. वहीं उन्होंने अब्बास की पत्नी मामले में अफ़ज़ाल अंसारी ने कहा कि 100 प्रतिशत साजिश है. एक महिला मिलने गई थी जो उसकी पत्नी है और सबसे बड़ा उसके साथ यह है कि वह जेल में मुलाकात कर रही थी परमिशन नहीं थी और फिर यह कि उसके तलाशी में दो मोबाइल मिला,गहने मिला और विदेशी रूपये मिले. महिला गई मुलाकात करने लीगल राइट है. यहां तो बस इतना ही अंतर हुआ है कि वह अब्बास से मिलने गई थी अब्बास की पत्नी थी कितना जबरदस्त न्यूज़ बन गई और दिखाइए दिया गया कि उसके पास से मोबाइल मिल गया अब एक महिला के उंगली में रिंग नहीं होगी आभूषण नहीं होगा क्या यह कोई अपराध है आभूषण पहनना कंगन पहना अंगूठी पहनना रियाल मिला 12 रियाल उसके पर्स में वह भी पर्स जेल के अंदर नहीं था जेल गेट के बाहर उसकी नौकरानी उसके बच्चों को खिलाने वाली महिला एक लड़की जो बाहर बैठी है ड्राइवर गाड़ी में बैठा है इंतजार कर रहा है. उसकी जेल में मालकिन अंदर मिलने गई है और अधिकारियों का जब मूड बन गया तो बाहर से वह लेडीज पर्स अंदर ले जाया गया उस लड़की से पूछा गया कि यह किसका लड़का है तुम कौन हो. मैं बस इतना जानता हूं कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय को मानता हूँ. कितनी भी धारायें लगी हुई है उन धाराओं में 7 साल से अधिक की कोई सजा नहीं है और इसके संबंध में आप भी जानते हैं. ऐसे आरोपी को जमानत दे देनी चाहिए. फिलहाल अब्बास की पत्नी मामले में 16 को तारीख को सुनवाई है. मामले में बेल की दरखास्त दी गई है.
मेरी मरी मां की भी हो रही है जांच
वहीं अफ़ज़ाल अंसारी पर हो रहे कार्रवाई को लेकर कहा कि हमारे घर की पैमाइश करते करते थक गए. घर की पैमाइश, दुकान की पैमाइश, खेत की पैमाइश, बाग बगीचे की पैमाइश होती रहेगी. जनता इनकी पैमाइश करेगी इनकी सरकार की पैमाइश करेगी. 2024 में इसका जवाब जनता देगी. परिवार की महिलाओं को तो छोड़िये मेरी मां तो मर चुकी है 29 दिसंबर 2008 को उनकी भी जांच हो रही है जो न किसी कानून में है न संविधान में है. जनता इसका फैसला करेगी, जनता ही जनार्दन भी है वह सब देख रही है कोई समझता की जनता बेवकूफ है. गुजरात में और यूपी में 80 सीट जीतने का नारा देते हैं तो गाजीपुर की लोकसभा सीट का क्या होगा 543 लोकसभा क्षेत्र में गाजीपुर पहला में लोकसभा क्षेत्र है. जहां पहला ऐसा कार्यक्रम हुआ जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष दोबारा निर्वाचित होने के बाद यह दोनों पहला कार्यक्रम गाजीपुर से किया तो गाजीपुर का उस दृष्टि से तो महत्व है कि जिस सीट से यह भयभीत है अब साफ जाहिर है कि ये लोग भयभीत है और मैं कहता हूं पूर्वांचल से सफाया होने जा रहा और आपको पहले भी बताया था धीरे-धीरे सब कुछ होता जा रहा है. ये लोग 2024 में 200 से कम सीट पाने जा रहे है.