कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान एक मां बेटी की उनके घर के अंदर ही जल कर मौत के मामले से पूरे राज्य में बवाल मचा हुआ है. अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत प्रशासन ने तब एक घर पर बुलडोजर चला दिया जब एक महिला और उनकी 23 साल की बेटी घर के अंदर ही मौजूद थीं. बताया जा रहा है कि प्रशासनिक अमला अवैध झोपड़ी गिराने पहुंचा था. इसी दौरान झोपड़ी के मालिक की तहसील के अफसरों के साथ बहस हो गई और तहसील के अधिकारियों ने बिना कुछ सोचे समझे घर पर बुलडोज़र चला दिया. घर के मुखिया गोपाल दीक्षित का आरोप है कि बुल्डोजर चलाने के क्रम में किसी कारणवश घर में आग लग गई जिसमें उसकी पत्नी और बेटी की झुलस कर मौत हो गई. उनको बचाने की कोशिश में परिवार के मुखिया गोपाल दीक्षित भी बुरी तरह से झुलस गये. हृदय को झकझोर देने वाले इस दृश्य को जिसने भी देखा वो मर्माहत है.
कानपुर देहात में मां बेटी की मौत के जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी है। झोपड़ी हटानी थी तो प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना से पहले घर दिया जाना चाहिए था, यह लोग मजबूरी में झोपड़ी में रह रहे होगे। #Kanpurdehatpolice #shame #BulldozerAction #Kanpur pic.twitter.com/Ch1OONrR7k
— sudhir kumar (@sudhirkmr6931) February 14, 2023
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
इस बीच एक ऐसी घटना सामने आई है जो सरकारी अफसरों के निर्लज्ज चेहरे को उजागर करता है. हम बात कर रहे हैं कानपुर देहात की डीएम नेहा जैन की. एक तरफ जहां एक गरीब परिवार की मां और बेटी की मौत प्रशासन के बुलडोज़र अभियान पर सवाल खड़े कर रही है वहीं दूसरी तरफ सूबे की डीएम नेहा जैन एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में कैलाश खेर के गाने पर स्टेज पर ऐरोबिक डांस करती नजर आ रही है.
लगता है कलेक्टर मैडम @nehajainias की खुमारी अभी तक उतरी नहीं है। 24 घंटे होने वाले हैं मगर अभी तक मैडम मौक़ा ए वारदात पर पहुँची नहीं हैं। अमृत काल में नृत्य का आनंद लीजिए, मरने दीजिए लोगों को #KanpurDehat #Kanpur pic.twitter.com/vVJAi7Q3Y7
— Mamta Tripathi (@MamtaTripathi80) February 14, 2023
बताया जा रहा है कि ये वही अफसर हैं जिनसे दिवंगत मां-बेटी ने मिलने की कोशिश की थी और अपनी बात रखनी चाही थी लेकिन डीएम साहिबा ने उन्हें मिलने तक का समय नहीं दिया.
विपक्ष हुआ सरकार पर हमलावर
सूबे में इस मामले को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. सपा नेता शिवपाल यादव ने सरकार के घेरते हुए कहा कि ‘क्या महिला सशक्तिकरण और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ की बात कागजी है?’
कानपुर में अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासन के सामने ही मां-बेटी ने आग लगाकर जान दे दी और पुलिस तमाशा देखती रही।
अतिक्रमण हटाने व बुलडोजर के जोश में प्रशासन आखिर अपना होश क्यों खो रहा है।
क्या ' महिला सशक्तिकरण' व 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की बात केवल कागजी नीति है?
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) February 14, 2023
उप मुख्यमंत्री ने दिया कार्रवाई का भरोसा
वहीं घटना को लेकर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा SDM हो या पुलिस के अफसर हम किसी को नहीं छोड़ेंगे. सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. कानपुर की घटना दुखद और निंदनीय है, जो भी अधिकारी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
यहां सवाल ये भी उठता है कि सीएम योगी के स्पष्ट आदेश के बावजूद कैसे सरकारी अधिकारी इस तरह की गैर जिम्मेदाराना हरकत कर सकते हैं. सीएम योगी ने स्पष्ट रुप से प्रशासन को ये निर्देश दे रखा है कि बुल्डोजर की कार्रवाई केवल पेशेवर अपराधियों और भूमाफियओं पर होनी चाहिये, फिर एक गरीब की झोपड़ी पर इस तरह की कार्रवाई प्रशासन की तरफ से कैसे हुई ? स्थानीय प्रशासन के लिए जिम्मेदार लोगों के इस बात का जवाब देना होगा. एक गरीब आज खुले आसमान के नीचे बेघर दो-दो लाशों पर आंसू बहा रहा है,कौन है इनका गुनाहगार ?
इस गरीब का गुनाहगार कौन?#Kanpur pic.twitter.com/Lxw6OlyNND
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) February 14, 2023