क्रिकेट | भारतीय महिला क्रिकेट टीम के पहली बार वर्ल्ड कप जीतने के ठीक 25 दिन बाद महिला प्रीमियर लीग (WPL) का मेगा ऑक्शन होने जा रहा है. गुरुवार 27 नवंबर यानि आज नई दिल्ली में WPL 2026 सीजन के लिए सभी 5 फ्रेंचाइजी अपने स्क्वॉड को एक नया रूप देंगी. इस बार की नीलामी बहुत खास है क्योंकि 2023 में WPL के आगाज के बाद ये इस लीग का पहला मेगा ऑक्शन होने जा रहा है, जिसमें सभी फ्रेंचाइजी ने कुछ खिलाड़ियों को रिटेन किया है और उनके इर्द-गिर्द ही स्क्वॉड तैयार किया जाएगा. इस बार कितने खिलाड़ियों की किस्मत चमकेगी, कितने दावेदार ऑक्शन में उतरेंगे और किस फ्रेंचाइजी के पास कितना पैसा है, ये सारी डिटेल आपको यहां बताते हैं |
नई दिल्ली में गुरुवार दोपहर 3:30 बजे से WPL ऑक्शन का आगाज होगा. तमाम उम्मीदों और अटकलों के बावजूद BCCI ने फिलहाल फ्रेंचाइजी का दायरा 5 से ज्यादा नहीं बढ़ाया है, इसलिए इस बार भी मुंबई इंडियंस, दिल्ली कैपिटल्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, यूपी वॉरियर्स और गुजरात जायंट्स ही लीग में हिस्सा लेंगी. इन सभी फ्रेंचाइजी ने लीग के पहले मेगा ऑक्शन में हिस्सा लिया था और तब हर खिलाड़ी को खरीदा था. मगर सही मायनों में असली मेगा ऑक्शन इस बार है क्योंकि अब हर फ्रेंचाइजी ने अपने साथ 2-3 खिलाड़ियों को रिटेन किया था |
तो इस बार ऑक्शन में कितने खिलाड़ी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं?
इसका जवाब WPL की ओर से हाल ही में दिया गया था. इस बार कुल 277 खिलाड़ियों को ऑक्शन के लिए चुना गया है. इसमें से 194 भारतीय खिलाड़ी हैं, जबकि 83 विदेशी खिलाड़ी हैं. इन विदेशी खिलाड़ियों में से 4 एसोसिएट देशों से हैं |
ऑक्शन में कितने स्लॉट भरे जाएंगे?
मेगा ऑक्शन है तो ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को खरीदा जाएगा. कुछ ही दिनों पहले रिटेंशन के ऐलान के बाद सभी फ्रेंचाइजी में मिलाकर कुल 73 स्लॉट बचे हैं. इसमें से 50 भारतीय खिलाड़ी और 23 विदेशियों के लिए जगह है. हालांकि, हमेशा की तरह सारे स्लॉट भरे जाएंगे, ये जरूरी नहीं है. इसमें से 5-6 जगहें खाली भी रह सकती हैं |
किस टीम को सबसे ज्यादा खिलाड़ियों की जरूरत है?
WPL के नियमों के मुताबिक किसी भी स्क्वॉड में ज्यादा से ज्यादा 18 खिलाड़ी और कम से कम 15 खिलाड़ी हो सकते हैं. ऐसे में अगर रिटेंशन पर नजर डालें तो यूपी वॉरियर्स को सबसे ज्यादा 17 खिलाड़ियों की जरूरत है क्योंकि फ्रेंचाइजी ने सिर्फ एक खिलाड़ी को रिटेन किया था. किसी भी स्क्वॉड में 6 से ज्यादा विदेशी खिलाड़ी नहीं हो सकते |
किस फ्रेंचाइजी के पास कितना पैसा बचा है?
इस बार ऑक्शन में सभी 5 फ्रेंचाइजी के पास कुल मिलाकर 41.1 करोड़ रुपये का बजट है, जिससे खरीदारी की जाएगी. हर फ्रेंचाइजी के लिए ऑक्शन पर्स 15-15 करोड़ का है और इसमें से ही रिटेन किए गए खिलाड़ियों की फीस कटती है. ऐसे में नए रिटेंशन के बाद हर फ्रेंचाइजी के पास इतना पैसा है- यूपी वॉरियर्स- 14.50 करोड़, गुजरात जायंट्स- 9 करोड़, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु- 6.15 करोड़, मुंबई इंडियंस- 5.75 करोड़ और दिल्ली कैपिटल्स- 5.70 करोड़ |
क्या RTM का विकल्प मिलेगा?
WPL में पहली बार RTM यानि ‘राइट टू मैच’ कार्ड का विकल्प दिया गया है. यानि ऑक्शन में अगर किसी खिलाड़ी पर सबसे ऊंची बोली लगती है लेकिन पुरानी टीम उसे वापस खरीदना चाहती है तो वो RTM कार्ड के जरिए उस बोली के बराबर पैसा खर्च कर खरीद सकती है. हालांकि, सभी फ्रेंचाइजी के पास RTM का विकल्प नहीं है. गुजरात के पास 3 RTM, बेंगलुरु के पास 1 और यूपी वॉरियर्स के पास 4 RTM कार्ड हैं. मुंबई और दिल्ली के पास ये विकल्प नहीं हैं क्योंकि इन दोनों ने अधिकतम 5 खिलाड़ियों को रिटेन किया था |
ऑक्शन में किन बड़े खिलाड़ियों पर रहेगी नजर?
मेगा ऑक्शन है तो कई बड़े खिलाड़ियों पर ज्यादा नजरें रहेंगी. इसमें सबसे बड़ा नाम दिल्ली कैपिटल्स की लगातार 3 सीजन तक कप्तान रहीं ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज मेग लैनिंग हैं, जिनका बेस प्राइस 50 लाख है. वहीं भारत की वर्ल्ड कप जीत में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहीं दीप्ति शर्मा सबसे ज्यादा बोली आकर्षित कर सकती हैं. इनके अलावा वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वालीं लॉरा वुल्वार्ट, स्पिनर सोफी एक्लेस्टन, पेसर रेणुका सिंह, विकेटकीपर एलिसा हीली जैसे स्टार खिलाड़ियों पर बड़ा पैसा लुट सकता है |

